Bikaner महंगाई राहत शिविर के चलते पूरा प्रशासन शिविरों में लगा हुआ है

बीकानेर न्यूज़ डेस्क, सरकार की एक याेजना काे उन्हीं की ही दूसरी याेजना ने कमजाेर कर दिया है। शहरी राेजगार गारंटी याेजना में कच्चे काम के तहत बेतरतीब तरीके से लुटाई गई राशि पर राेक लगाने के लिए कलेक्टर ने पक्के काम करने के लिए कहा लेकिन बीकानेर में 26 कामाें में सिर्फ 6 काम ही पक्के हाे रहे। 20 काम फिर भी कच्चे बदस्तूर जारी है। ऊपर से महंगाई राहत शिविर में सारे कर्मचारियाें के जुटने से शहरी राेगजार गारंटी याेजना ठंडे बस्ते में चली गई।
मई में शहरी रोजगार गारंटी योजना के श्रमिकों की संख्या 1700 रह गई है। पक्के कार्याें के नाम पर केवल रंगराेगन किया जा रहा है। दरअसल सरकार ने पूरी मशीनरी महंगाई राहत कैंप में झाेंक दी है। मंत्रियाें से लेकर पूरा प्रशासन, निगम, यूआईटी के कार्मिक समेत सभी इसी में व्यस्त हैं। नगर निगम में जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र के अलावा दूसरे काेई काम नहीं हाे रहे। हालात ये हाे गए कि अब पार्षद भी निगम नहीं आते। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पूरा प्रशासनिक अमला दफ्तराें से गायब है। जनता बेहाल है। ऐसे में गरीबाें के लिए बनाई गई याेजना भी अब ठंडे बस्ते में है।