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Bikaner अब रेडियम बेल्ट पहन कर सड़कों पर घूमेंगे निराश्रित पशु

 
Bikaner अब रेडियम बेल्ट पहन कर सड़कों पर घूमेंगे निराश्रित पशु
बीकानेर न्यूज़ डेस्क, बीकानेर  शहर की सड़कों और हाइवे पर खुले में घूम रहे निराश्रित पशुओं को पकड़कर गोशाला में भेजने के लिए निगम भले ही अभियान न चलाए, लेकिन सड़क सुरक्षा के नाम पर निराश्रित पशुओं के गले में रेडियम बेल्ट बांधने का विशेष अभियान शुक्रवार से प्रारंभ हुआ। रेडियम बेल्ट से पशुओं के सड़कों पर रात्रिकालीन विचरण से सड़क दुघटनाओं की आशंका कम होगी व गोवंश सुरक्षा भी होगी। सात दिवसीय अभियान के पहले दिन जिले में पांच हजार से अधिक पशुओं के गले में रेडियम बेल्ट बांधकर अभियान की शुरुआत की गई।

जिला स्तरीय कार्यक्रम नगर निगम के सहयोग से महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के सामने राष्ट्रीय राजमार्ग पर आयोजित हुआ। यहां 500 से अधिक निराश्रित पशुओं के गले में रेडियम बेल्ट लगाए गए। जिला कलक्टर नम्रता वृष्णि ने अभियान की शुरुआत की। पहले दिन ग्रामीण क्षेत्रो में लगभग 4500 से अधिक बेल्ट लगवाए गए। इस दौरान पुलिस अधीक्षक कावेन्द्र सिंह, निगम आयुक्त मयंक मनीष, सीईओ जिला परिषद सोहन लाल, निगम उपायुक्त यशपाल आहूजा सहित अन्य ने सड़क से गुजरते पशुओं के गले में रेडियम बेल्ट बांधकर अभियान की शुरुआत की।

गली, मोहल्लों, बाजारों से कॉलोनियों तक निराश्रित पशु

शहर में हर गली-मोहल्ले, चौक-चौराहों, बाजारों से कॉलोनी क्षेत्रों तक सड़कों पर खुले में निराश्रित पशु घूम रहे हैं। आए दिन इन पशुओं की चपेट में आने से लोग घायल हो रहे हैं व अस्पतालों में पहुंच रहे हैं। अभियान के तहत राष्ट्रीय राजमार्गों, राज्य राजमार्गों, अधिक यातायात वाली सड़कों के पास स्थित गांवों पर विशेष फोकस करने की बात कही जा रही है, जबकि शहर में घनी आबादी वाले आवासीय क्षेत्रों, व्यस्ततम बाजारों, कॉलोनियों इत्यादि में घूम रहे निराश्रित पशुओं से आमजन की सुरक्षा, सड़क सुरक्षा की ओर विशेष ध्यान देने की भी जरूरत है।

सवाल: बेल्ट तो रात में चमकेंगे, दिन में कैसेहो बचाव

निराश्रित पशुओं के गले में रेडियम बेल्ट बांधने से निश्चित रूप से आमजन निराश्रित पशुओं के कारण हो रही दुर्घटनाओं से बच सकेंगे। शहर में हालात यह है कि यहां दिन में भी सड़कों, बाजारों, मुय मार्गों पर गोधों से दुर्घटनाएं हो रही हैं। लोग गोधों के लड़ने के दौरान, दौड़ने के दौरान उनकी चपेट में आकर घायल हो रहे है। सवाल यह है कि बेल्ट रात में चमकेंगे, दिन में कैसे हो बचाव।