Bikaner मंदिरों में मिलने वाले और बिकने वाले प्रसाद की होगी जांच, प्रशासन अलर्ट
बीकानेर न्यूज़ डेस्क, बीकानेर मंदिरों, मेला स्थलों पर दिए जाने वाले और उनके बाहर बिक रहे प्रसाद की जांच की जाएगी। जिससे कि फूड पॉइजनिंग और बड़े हादसों से बचा जा सके। आमजन को परेशानी ना हो, इसके लिए भारी भीड़ के दौरान वीआईपी-वीवीआईपी के कार्यक्रम नहीं रखे जाएंगे।पूर्व में नवरात्रा स्थापना के दौरान देश-प्रदेश के मंदिर में हुए दर्शनार्थियों के साथ हुए हादसों को देखते हुए पुलिस को पूरी तरह से सतर्क कर दिया गया है। राज्य में अक्टूबर-नवंबर में नवरात्रा स्थापना, मुकाम मेला, जीणमाता मेला, दुर्गा अष्टमी, दशहरा, धनतेरस, दीपावली, पुष्कर मेला, सालासर मेला, कार्तिक पूर्णिमा सहित अनेक त्योहार हैं। इस दौरान मंदिरों, बाजारों में भारी भीड़ रहेगी। आमजन को परेशानी ना हो या उनके साथ कोई बड़ा हादसा ना हो, इसके लिए पुलिस को पूरी तरह चौकन्ना रहने के लिए कहा गया है।
तय किया गया है कि मंदिरों में दिए जाने वाले और बाहर दुकानों पर बिक रहे प्रसाद की जिला प्रशासन और पुलिस मिलकर फूड इंस्पेक्टर से जांच करवाएंगे जिससे कि फूड पॉइजनिंग से होने वाले बड़े हादसे रोके जा सकें। इसके अलावा मंदिरों, मेलों में भारी भीड़ हो तो वीआईपी-वीवीआईपी के कार्यक्रम नहीं रखे जाएंगे। अगर इसे टालना संभव ना हो तो ऐसी व्यवस्था की जाएगी जिससे सामान्य व्यवस्था और दर्शनार्थियों को परेशानी ना हो। इस संबंध में एडीजी प्रशासन, कानून-व्यवस्था विशाल बंसल ने सभी रेंज आईजी और एसपी को पूरी सतर्कता बरतने के लिए कहा है।
फू़ड प्वाइजनिंग और भगदड़ जैसे हादसों से बचाव की तैयारी
मुख्य मंदिर परिसर, आवागमन की बैरिकेडिंग व पार्किंग स्थल की एंटी सबोटाज चेकिंग की जाएगी और सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी जाएगी। सिविल ड्रेस में पुलिसकर्मी आने-जाने वालों पर नजर रखेंगे और दर्शनार्थियों के साथ जेबतराशी और चेन तोड़ने की वारदातें रोकने की पुलिस व्यवस्था करनी होगी।
मंदिरों में दर्शनार्थियों के आने-जाने के लिए अलग-अलग एक से ज्यादा स्थान तय कर बैरिकेडिंग की जाएगी।
मंदिरों में बिजली, जेनरेटर की पर्याप्त व्यवस्था रखनी होगी। कई बार करंट प्रवाह और शार्ट सर्किट से आगजनी होने पर भगदड़ मच जाती है। बिजली अधिकारियों से जांच कराकर प्रमाण-पत्र लेना होगा।
मंदिरों में सुबह पट खुलने से पहले दर्शनार्थियों की भीड़ लग जाती है। उनके आने से दो घंटा पहले पुलिसकर्मी तैनात होंगे।
वाहनों की पार्किंग वाले स्थानों पर आने-जाने की माकूल व्यवस्था करनी होगी। बिना नंबरी और संदिग्ध वाहनों को मंदिर परिसर पहुंचने से पहले ही रोकना होगा और उनकी जांच करनी होगी।
धार्मिक जूलुस, शोभायात्रा, अखाड़ों की अनुमति देते समय तय रूट अपनाने, आपत्तिजनक नारे न लगाने, अन्य समुदाय के धार्मिक स्थल के पास मर्यादित आचरण की शर्तें लगाई जाएंगी। सीएलजी व शांति समित के सदस्यों की सक्रिय भूमिका के प्रयास होंगे।
दशहरे पर रावण दहन के बाद बदमाश प्रवृत्ति के लोग उत्पात करते हैं। उन्हें रोकने के लिए पुलिस मोटरसाइकिल गश्त करेगी। सिविल ड्रेस में निगरानी करेगी।
धनतेरस, दीपावली पर बाजारों में खूब भीड़ रहती है। पुलिस गश्त करेगी और विशेष निगरानी रखी जाएगी।
बीकानेर में इन मेलों में बरतनी होगी पुलिस को सतर्कता
मुकाम मेला : एक अक्टूबर से 3 अक्टूबर तक
नवरात्रा पर्व और देशनोक मेला : तीन अक्टूबर से
दशहरा : 13 अक्टूबर को जो तीन मुख्य जगह राजकीय करणीसिंह स्टेडियम, पोलीटेक्निक कॉलेज और मुरलीमनोहर मंदिर भीनासर/धरणीधर मेदान, गंगाशहर थाना क्षेत्र में मनाया जाएगा
दीपावली : 31 अक्टूबर
कोलायत मेला : 15 नवंबर
"मेले, त्योहारों पर पुलिस की माकूल व्यवस्था करेंगे। शहर-गांव में जहां भी जरूरी होगा, पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे। इस संबंध में सीओ-एसएचओ को पूरी सर्जकता बरतने के लिए कहा गया है। सदर सभागार में सीएलजी के सदस्यों की मीटिंग लेकर उनसे भी बातचीत की गई है और सहयोग की अपेक्षा जताई है।"