Bikaner रेलवे ट्रैक दोहरीकरण का काम पूरा, अब 90 किमी की रफ्तार से दौड़ेंगी ट्रेनें

ट्रायल रहा सफल, ट्रेक को मिली हरी झंडी
मुय रेल संरक्षा आयुक्त ने बीकानेर रेल मंडल के रतनगढ़- मोलीसर (17 किमी) खंड के दोहरीकृत रेलमार्ग का निरीक्षण किया गया था। आयुक्त स्वयं रेलवे अधिकारियों के साथ रतनगढ़ से स्वचालित ट्रॉली पर सवार होकर मोलीसर तक पहुंचे। रतनगढ़ से वापस मोलीसर तक स्पेशल स्पीड ट्रायल ट्रेन से निरीक्षण किया। ट्रायल सफल रहने पर इस ट्रेक पर ट्रेनों के संचालन को हरी झंडी दे दी गई। यह दोहरीकृत रेलमार्ग ऑटोमेटिक ब्लॉक सिग्नलिंग पद्धति से लैस है। मुय रेल संरक्षा आयुक्त ने 90 किलोमीटर प्रति घंटा की रतार से ट्रेन चलाने की अनुमति दी है।
42.81 रूट किमी तक होगा कार्य
बीकानेर रेल मंडल के चूरू-रतनगढ़ खंड में 42.81 रूट किलोमीटर ट्रेक का दोहरीकरण होना है। इसमें से 17 किलोमीटर का कार्य हो गया है। शेष कार्य तेजी से कराया जा रहा है। इसमें चूरू-सादुलपुर खंड 57 किमी दोहरीकरण कार्य भी शामिल है। इसकी लागत 468 करोड रुपए आएगी। इसी प्रकार भिवानी- डोभाली खंड में 42 किमी दोहरीकरण के कार्य पर 471 करोड रुपए खर्च किए जाएंगे। मनहेरू-भवानी खेड़ा खंड में 413 करोड रुपए से 31 किमी रेल मार्ग दोहरीकरण किया जाएगा।
17 किमी ट्रेक तैयार
रतनगढ़ से मोलीसर तक 17 किमी ट्रेक दोहरीकरण का कार्य पूरा होने पर अधिकारियों ने निरीक्षण कर लिया है। यहां 90 किमी प्रति घंटा की रतार से गाड़ी चलाने की अनुमति मिल गई है।