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Bikaner पहले नौ महिनों में लक्ष्य से दूर निगम, आय जुटाने में कई मदों में पिछड़े

 
Bikaner पहले नौ महिनों में लक्ष्य से दूर निगम, आय जुटाने में कई मदों में पिछड़े
बीकानेर न्यूज़ डेस्क, बीकानेर नगर निगम के वित्तीय वर्ष 2024-25 के प्रस्तावित बजट में कई मदों में लाखों रुपए की आय का अनुमान रखा गया। इस प्रस्तावित आय के अनुमान के चलते निगम का प्रस्तावित बजट 550 करोड़ रुपए से अधिक का तैयार हुआ।चालू वित्तीय वर्ष के पहले नौ महीनों में अनेक मदों में अनुमानित आय के आस-पास भी निगम पहुंच नहीं पाया है। कुछ मदों में लाखों की आय का अनुमान रखने के बाद दिसंबर तक एक रुपए की आय भी निगम को नहीं हुई। कम राजस्व प्राप्ति का असर निगम की वित्तीय स्थिति पर पड़ रहा है।हालांकि आयुक्त के नेतृत्व में निगम के अधिकारी अधिकाधिक राजस्व वसूली में जुटे हुए हैं लेकिन वित्तीय वर्ष के शेष तीन महीनों में राजस्व प्राप्ति लक्ष्य का आंकड़ा निगम छू सकेगा, इसकी संभावना कम लग रही है।

लाखों का अनुमान, आय कुछ नहीं

निगम के चालू वित्तीय वर्ष के बजट अनुमान में नगर विकास न्यास से 6.50 करोड़ रुपए की आय का अनुमान लगाया गया था। दिसंबर तक निगम को यूआईटी से इस मद में कुछ भी राशि प्राप्त नहीं हो पाई है। आवासन मण्डल से आय अनुमान 45 लाख रुपए का लगाया था। दिसंबर तक एक रुपया भी आय के रूप में निगम को नहीं मिला है। जनता को भूमि विक्रय से बजट अनुमान में 9.50 करोड़ रुपए का अनुमान लगाया गया, इस मद में भी निगम को राजस्व की प्राप्ति नहींहुई है।इसी प्रकार मोबाइल टावर से डेढ करोड़ रुपए की आय का अनुमान था लेकिन दिसंबर तक निगम को इस मद में भी एक रुपए की आय नहीं हो पाई है। साइकिल पार्किंग से 9 लाख रुपए का बजट अनुमान था, इससे कोई आय नहीं हुई है। भूमि एकीकरण मद से बजट अनुमान 15 लाख रुपए के राजस्व प्राप्ति तथा कच्ची बस्ती नियमन में 9 लाख रुपए का बजट अनुमान लगाया गया, इन दोनों में भी दिसंबर तक एक रुपए की भी आय नहीं हुई है।

इन मदों में आय जुटाने में फिसड्डी

निगम की लेखाशाखा की जानकारी के अनुसार निगम ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के बजट अनुमान में स्लज वाटर से 92 लाख की आय का अनुमान लगाया था। दिसंबर तक महज 11.50 लाख रुपए का ही राजस्व मिल पाया। रोड कटिंग आय में 30 लाख के बजट अनुमान की तुलना में महज 3 हजार रुपए, विवाह स्थल पंजीयन में 8 लाख के अनुमान की तुलना में केवल 70 हजार रुपए, संपत्तियों की बिक्री से आय में 30 लाख रुपए की आय की तुलना में महज 1 हजार रुपए, इजाजत तामिर मद में 2.50 करोड़ रुपए के अनुमान की तुलना में 30 लाख रुपए, अन्य आय में 3.25 करोड़ रुपए की तुलना में केवल 44.62 लाख रुपए, भू रुपान्तरण शुल्क अनुमान 4.50 करोड़ रुपए की तुलना में केवल 12.26 लाख रुपए, उप विभाजन मद में 25 लाख के आय अनुमान की तुलना में 1.71 लाख रुपए, सीवर कनेक्शन में 15 लाख के आय अनुमान की तुलना में महज 54 हजार रुपए की दिसंबर तक आय हुई है। लीज से आय में बजट अनुमान 90 लाख रुपए की तुलना में दिसंबर तक 21 लाख रुपए की आय प्राप्त हुई है।

इनमें अनुमान से अधिक हुई आय

निगम के बजट अनुमान में रखे कई मदों में अनुमानित आय से अधिक आय दिसंबर तक प्राप्त हुई है। फायर एनओसी में बजट अनुमान 10 लाख रुपए का था, दिसंबर तक 28.63 लाख रुपए की आय अर्जित हो चुकी है। वहीं नामातंरण मद में 4.80 लाख रुपए के आय अनुमान की तुलना में दिसंबर तक 8.81 लाख रुपए का राजस्व निगम प्राप्त कर चुका है।

यूडी टैक्स वसूली में झोंकी ताकत

नगर निगम को नगरीय विकास कर अर्थात यूडी टैक्स से हर साल करोड़ो रुपए के राजस्व की प्राप्ति होती है। चालू वित्तीय वर्ष का यूडी टैक्स का लक्ष्य 10.50 करोड़ रुपए है। निगम अब तक 1 करोड़ 70 लाख रुपए का राजस्व यूडी टैक्स के रूप में वसूल चुका है। निगम आयुक्त के निर्देश पर निगम अधिकारी-कर्मचारी अधिकाधिक यूडी टैक्स की वसूली में जुटे हुए हैं। इसके लिए कई टीमें बनाई गई है, जो बकाया राशि वसूलने के लिए संपत्ति मालिकों से संपर्क कर रही हैं। आगामी दिवस में निगम अधिकारी स्वयं फील्ड में पहुंचने की तैयारी कर रहे है। निगम वर्तमान में यूडी टैक्स वसूली सहित ट्रेड लाइसेंस जारी करने, विवाह भवनों-स्थलों का पंजीकरण कर आय जुटाने में भी लगा हुआ है।

तैयार हो रहा बजट

नगर निगम वित्तीय वर्ष 2025-26 के प्रस्तावित बजट को तैयार करने में जुटा हुआ है। निगम की लेखा शाखा के अधिकारी इसे अंतिम रूप देने में जुटे हुए है। निगम का वित्तीय वर्ष 2024-25 का प्रस्तावित बजट 553 करोड़ रुपए सदन के पटल पर रखा गया था। अगले वित्तीय वर्ष का प्रस्तावित बजट लगभग 560 करोड़ रुपए का होने का अनुमान लगाया जा रहा है। हालांकि प्रस्तावितबजट का फाइनल आंकड़ा 10 फरवरी के आस-पास सामने आने की उमीद है।