Bikaner 3 दिन तक 70 फीसदी जिले में रहेगा अंधेरा, 11 ट्रांसफार्मर जले और 660 पोल गिरे

बीकानेर न्यूज डेस्क, जिले में बुधवार रात आई आंधी व बारिश ने बिजली व्यवस्था को पूरी तरह से चरमरा कर रख दिया है। गुरुवार की रात तक आंधी का सिलसिला जारी रहा। इससे 14 अनुमंडलों में 11 बिजली के ट्रांसफार्मर जल गए. 40 कृषि ट्रांसफार्मर व 660 पोल गिरे पूरे जिले में बिजली आपूर्ति ठप रही।
बिजली आपूर्ति शुरू करने के लिए बिजली निगम ने जिले में 100 कर्मचारियों की 25 टीम तैनात की है, जो नुकसान का आंकलन कर 30 फीसदी क्षेत्र में ही आपूर्ति शुरू कर सकी है. नेखा में अधिकांश बिजली ट्रांसफार्मर जल गए हैं। सबसे ज्यादा 400 बाल्टी केलायत, बज्जू और छतरगढ़ में गिरे। अधिकारियों के मुताबिक, आंधी में अब तक पहली बार इतने बिजली ट्रांसफार्मर जले हैं। विद्युत निगम के पास छह ट्रांसफार्मर उपलब्ध हैं। शेष पांच ट्रांसफार्मर की व्यवस्था की जा रही है। जले हुए ट्रांसफार्मर उपलब्ध होते ही बदल दिए जाएंगे।
नैकहा में पांच, बीकानेर ग्रामीण में दो, श्रीडूंगरगढ़, बज्जू और उपनी में एक-एक बिजली ट्रांसफार्मर जल गया है. नेखा, जसरासर, केलायत, बज्जू, श्रीडूंगरगढ़, नपासर, खाजूवाला, छतरगढ़, उपनी सहित कई अन्य स्थानों पर 40 से अधिक कृषि ट्रांसफार्मर गिरे हैं। ऐसे में छह साे दोस्त टूट गए हैं। इस वजह से पूरे जिले में बिजली आपूर्ति व्यवस्था प्रभावित हुई है. फॉल्ट को दूर कर आपूर्ति बहाल करने के लिए टीमें लगातार काम कर रही हैं। वहीं ग्रामीण एसई आरएस मीणा ने बताया कि पहली बार 11 बिजली ट्रांसफार्मर एक साथ जले. इन्हें बदलने के लिए टीमें लगी हुई हैं। बाहर से पांच ट्रांसफार्मर मंगाए गए हैं। ऐसे में जिले में पूरी तरह बिजली आपूर्ति बहाल करने में दो-तीन दिन का समय लगेगा। नुकसान का पूरा आकलन शुक्रवार तक ही पता चलेगा।