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Bikaner पीबीएम फिजिकल वेरिफिकेशन में ही 50 करोड़ की गड़बड़ी, घोटाला छिपाने के लिए ऑडिट नहीं किया गया

 
Bikaner पीबीएम फिजिकल वेरिफिकेशन में ही 50 करोड़ की गड़बड़ी, घोटाला छिपाने के लिए ऑडिट नहीं किया गया

बीकानेर न्यूज डेस्क,  पीबीएम स्टोर के भौतिक सत्यापन में करीब 50 करोड़ की वित्तीय अनियमितता सामने आई है। एसीबी ने इसे भ्रष्टाचार मानते हुए प्रारंभिक जांच के लिए रिपोर्ट मुख्यालय भेज दी है। इसके अलावा वित्त विभाग को भी रिपोर्ट भेज दी गई है। जांच टीम ने स्टॉक का सत्यापन ही पूरा किया। एजी का डिटेल ऑडिट होता तो तमाम अनियमितताओं पर ऑडिट पैरा बनता, जिससे घोटाला सामने आता। पीबीएम के स्टॉक रिकॉर्ड का भौतिक सत्यापन पिछले साल हुआ था। हैरानी की बात यह है कि इस दौरान 11 अधीक्षक बदले गए।

इनमें से तीन वर्तमान में मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्य हैं। लेकिन किसी ने भण्डार का भौतिक सत्यापन नहीं कराया, जिससे करोड़ों की दवाओं, उपकरणों एवं सामग्री के क्रय-विक्रय संबंधी अभिलेख अधूरे रह गये। जांच में बिना मांगे करोड़ों रुपये की दवाओं की खरीद का खुलासा हुआ। पीबीएम प्रशासन ने हार्मोनिक स्केलपेल मशीन की चोरी की विभागीय जांच कराई, लेकिन किसी अधिकारी या कर्मचारी को दोषी नहीं ठहराया। निरीक्षण निदेशालय की क्षेत्रीय टीम में सहायक लेखा अधिकारी महेश सेठिया, अवनीश डेलू और सहायक प्रशासनिक अधिकारी संजय गुप्ता शामिल थे।