नीतिन खत्री सुसाइड केस में आज होगी घर की छानबीन, वायरल क्लिप में देखे FSL रिपोर्ट से सच आएगा सामने
बीकानेर के बल्लभगार्डन में फैमिली सुसाइड मामले में आज देर शाम पुलिस घर की तलाशी लेगी। इस दौरान पुलिस घर से सुसाइड नोट या फिर कोई बड़ा सुराग मिलने की उम्मीद कर रही है। फ़िलहाल पुलिस ये पता लगाने में जुटी है कि पत्नी और बेटी की मौत कैसे हुई, क्योंकि उनकी लाश कमरे के बाहर पड़ी हुई मिली थी।
बीकानेर न्यूज़ डेस्क - वल्लभ गार्डन में एक परिवार की सामूहिक आत्महत्या के मामले में एक बार फिर आर्थिक तंगी और घरेलू क्लेश का एंगल सामने आ रहा है। परिवार अपने रिश्तेदारों के साथ-साथ आस-पड़ोस से भी दूरी बनाकर रखता था। परिवार के मुखिया ने घर के हॉल में फांसी लगा ली थी और मां-बेटी के शव कमरे में फर्श पर पड़े थे। तीनों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है। इससे इस बात को बल मिल रहा है कि तीनों ने सामूहिक आत्महत्या की है। हालांकि पुलिस मां-बेटी की मौत को लेकर कोई स्पष्ट अनुमान नहीं लगा पाई है, जिससे मामला उलझता जा रहा है।
मां-बेटी की मौत के कारण अभी स्पष्ट नहीं
पुलिस अधीक्षक कावेंद्र सिंह सागर ने बताया कि मृतक नितिन खत्री, रजनी देवी और बेटी जेसिका की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में नितिन की मौत फांसी लगाने से होने की पुष्टि हुई है, जबकि रजनी देवी और जेसिका की मौत के कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाए हैं। रजनी और जेसिका के शरीर पर किसी तरह की चोट के निशान नहीं हैं। मां-बेटी दोनों की हत्या जहर देकर की गई या कुछ और, यह तो एफएसएल रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। घटनास्थल को देखने पर प्रारंभिक तौर पर यह आत्महत्या का मामला लग रहा है, लेकिन कई बिंदु संदेह पैदा कर रहे हैं। पुलिस हर पहलू की बारीकी से जांच कर रही है।
नितिन की कॉल डिटेल से होगा मामले का खुलासा
पुलिस अधीक्षक सागर ने बताया कि मृतक नितिन की कॉल डिटेल से पूरे मामले का खुलासा होगा। आर्थिक तंगी की बात सुनने को मिल रही है, लेकिन घर से किसी तरह का कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। घर का मुख्य दरवाजा बाहर से बंद था। घर में प्रवेश का दरवाजा बंद था। ऐसे में अगर किसी तरह कोई व्यक्ति वारदात को अंजाम देने घर के अंदर जाता तो प्रतिरोध के निशान मिलते, लेकिन घर में ऐसा कुछ नहीं मिला। घर का सामान व्यवस्थित पड़ा है। शव दस दिन तक घर के अंदर पड़े रहे। मृतक परिवार सोशल मीडिया से भी दूरी बनाए हुए था।
दूध की दो थैलियां मिलीं
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) तिवारी ने बताया कि घर की रसोई में दूध की दो थैलियां मिली हैं, जिन पर उपयोग की तिथि 27 मार्च से एक मार्च लिखी है। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि घटना 27 मार्च से एक मार्च के बीच हुई है। पोस्टमार्टम में भी शव 12-15 दिन पुराने होने की बात सामने आई है। यह भी आशंका है कि रजनी देवी और जेसिका ने जहर खाया होगा, लेकिन विसरा रिपोर्ट आने के बाद यह भी स्पष्ट हो जाएगा। मृतका रजनी देवी का मायका चंडीगढ़ में है। वहां सूचना दे दी गई है। उनसे भी इस घटना के संबंध में पूछताछ की जाएगी।
घटना के संबंध में मृतक नितिन खत्री के चाचा के बेटे पुनीत कुमार खत्री की रिपोर्ट पर जेएनवी थाने में मामला दर्ज किया गया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले कई दिनों से नितिन से बातचीत नहीं हो रही थी। बुधवार रात को परिजनों का फोन आया कि नितिन फोन नहीं उठा रहा है। तब वे रात 10 बजे घर गए। घर से दुर्गंध आ रही थी।
शवों को शवगृह से सीधे श्मशान ले जाया गया
पुलिस ने दोपहर में तीनों शवों का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया। परिजन शवों को एंबुलेंस से सीधे रानीबाजार स्थित परदेसियों की बगेची श्मशान ले गए, जहां उनका एक साथ अंतिम संस्कार किया गया।
