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इस बार भीलवाड़ा लोकसभा सीट पर कौन मारेगा बाजी, जानें पूरा सियासी समीकरण

 
इस बार भीलवाड़ा लोकसभा सीट पर कौन मारेंगे बाजी, जानें पूरा सियासी समीकरण 

भीलवाड़ा न्यूज़ डेस्क, लोकसभा चुनाव में राजस्थान के भीलवाड़ा लोकसभा क्षेत्र अब नई हॉट सीट बन चुकी है। यहां से कांग्रेस ने राजस्थान विधानसभा के पूर्व स्पीकर और पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी को चुनावी मैदान में उतारा है। कांग्रेस के सीपी जोशी का भीलवाड़ा में बीजेपी के प्रदेश महामंत्री और पहली बार चुनाव लड़ रहे दामोदर अग्रवाल से सीधा मुकाबला है।

2009 में भीलवाड़ा से सांसद रह चुके सीपी जोशी

डॉक्टर सीपी जोशी साल 2009 से 2014 तक लोकसभा में भीलवाड़ा का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। इस दौरान सीपी जोशी, मनमोहन सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रहे थे। उसे समय डॉक्टर जोशी ने भीलवाड़ा में पीने के पानी की गंभीर समस्या को चंबल नदी से पानी लाकर पूरा किया था। आज इस चंबल के पानी और सड़कों के विकास के नाम पर डॉक्टर जोशी चुनावी मैदान में उतरे हैं। कांग्रेस के प्रत्याशी डॉक्टर सीपी जोशी ने कहा कि आजादी के बाद कांग्रेस ने सोमनाथ मंदिर का निर्माण करवाया था, पर वह किसी कोर्ट के फैसले के कारण नहीं था। आज राम मंदिर का निर्माण तो कोर्ट के फैसले के कारण हुआ है। लेकिन केवल मंदिर निर्माण से देश की समस्याओं का हल नहीं हो सकता है।

कौन हैं दामोदर अग्रवाल?

भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार दामोदर अग्रवाल का यह पहला चुनाव है। उन्होंने अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद 3 साल तक ब्यावर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक के रूप में काम किया था। इस चुनाव में संघ की पृष्ठभूमि के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर दामोदर अग्रवाल चुनावी मैदान में उतरे हैं।

मोदी के शासनकाल पर दामोदर को भरोसा

वहीं बीजेपी प्रत्याशी दामोदर अग्रवाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 10 काल के शासनकाल के आधार पर वोट मांगने निकले हैं। अग्रवाल कहते हैं कि वह साल 2047 तक विकसित भारत की कल्पना के साथ भीलवाड़ा के विकास के मुद्दे को लेकर चुनावी मैदान में उतरे हैं।

भीलवाड़ा लोकसभा में किसका दबदबा?

भीलवाड़ा लोकसभा क्षेत्र में 8 विधानसभाएं आसीन्द, मांडल, सहाड़ा, भीलवाड़ा सदर, शाहपुरा, जहाजपुर, मांडलगढ़ और हिंडोली हैं। इनमें से केवल हिंडोली विधानसभा पर कांग्रेस का कब्जा है। यहां के कांग्रेस के अशोक चांदना विधायक हैं। जबकि 6 सीटों पर बीजेपी और एक सीट पर आरएसएस समर्थक निर्दलीय विधायक का कब्जा है। इन परिस्थितियों में कांग्रेस के डॉक्टर सीपी जोशी के 'विकास के मॉडल' को जनता पसंद करती है या भाजपा के दामोदर अग्रवाल के 'मोदी फैक्टर' को, यह लोकसभा चुनाव के नतीजों पर पता चल जाएगा।