Bhilwara में तस्करों को पकड़ने की थी निश्चित जगह, थानेदार को देख तस्कर कच्चे रास्ते से भागे
भीलवाड़ा न्यूज़ डेस्क, कुख्यात तस्कर राजू फौजी की सूचना के बाद उसका पीछा करते हुए रायला थाने के जवान इशाक मोहम्मद की दो कांस्टेबल की हत्या के मामले में वांछित चल रहे मौत के बाद इस मामले में परत दर परत कई बातें सामने आ रही है। भीलवाड़ा पुलिस के कोई फैसला नही लेने के कारण बिना एसपी के दिशाहीन तस्कर भी हाथ नही आए और पुलिस को अपना एक जवान भी खोना पड़ा हैं। इस किरकिरी के चलते पुलिस द्वारा इस मामले के कई तथ्य छिपाए भी जा रहे है।
अजमेर भीलवाड़ा बॉर्डर पर स्पेशल कमांडों के साथ इन्हें घेरने की पूरी तैयारी कर रखी थी। और इसकी सूचना भीलवाड़ा पुलिस को भी थी। लेकिन, सभी बड़े अधिकारी सिर्फ इनका पीछा ही करते रहे। टोल पर उन्हें पकड़ने की कोशिश रायला थाना प्रभारी ने की। जिससे तस्कर अलर्ट हो गए। और कच्चा रास्ता पकड़ लिया। इसके बाद कानिया गांव में तस्कर व पुलिस आमने सामने भी हुई। और फायर के बाद तस्कर भाग छुटे। ओर इतनी प्लानिग के बाद भी दोनों जिलों की पुलिस के हाथ नही आए। इधर, इस पूरे मामले में पुलिस की गलती की चर्चा सभी जगह फैल गई थी।
कुख्यात अपराधी राजू फौजी के क्षेत्र से डोडा पोस्त की गाड़ियों को ले जाने की सूचना मंगलवार रात को दो कांस्टेबल की हत्या करने में वांछित चल रहे मिली थी। इस पर भीलवाड़ा व अजमेर पुलिस हाई अलर्ट अलर्ट पर थी और पुलिस द्वारा इन तस्करों को पकड़ने के लिए हाईवे पर अलग-अलग जगह नाकाबंदी व फील्डिंग भी जमाई गई थी। लेकिन, रायला टोल पर पुलिस को देखकर तस्कर वहां से भाग छूटे और उनका पीछा करने के दौरान रायला पुलिस की गाड़ी अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। जिससे एक जवान इशाक मोहम्मद की मौत हो गई थी और रायला थाना प्रभारी व एक अन्य जवान घायल हो गया था।
