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Bhilwara दौलतगढ़ में शनिदेव प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा 27 नवंबर को

 
Bhilwara दौलतगढ़ में शनिदेव प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा 27 नवंबर को

भीलवाड़ा न्यूज़ डेस्क, लाछुड़ा के गंगोत्री धाम में 20 नवंबर से 27 नवंबर तक शिव महापुराण कथा एवं शनिदेव की 51 फीट ऊंची प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन किया जाएगा। पहले दिन यानी 20 नवंबर को कलश यात्रा निकाली जाएगी। 27 नवंबर को सुबह 7:15 बजे सहस्त्रधारा अभिषेक होगा। 27 नवंबर को सुबह 9:15 बजे 51 गांवों की प्राण प्रतिष्ठा एवं प्रभात फेरियों का संगम होगा। सुबह 11:15 बजे से भंडारा शुरू होगा। शनिदेव को सिंगनापुर से लाछुड़ा लाया गया।

समाजसेवी ताराचंद मेवाड़ा ने बताया कि 9 मजदूरों और कारीगरों ने सीमेंट और लोहे की छड़ों से शनिदेव की प्रतिमा बनाई। प्रतिमा बनाने में करीब 4 महीने का समय लगा। इसके निर्माण पर करीब 16 लाख रुपए खर्च हुए। 51 फीट ऊंची शनिदेव की प्रतिमा जिले की सबसे ऊंची प्रतिमा है। प्रतिमा के नीचे 6000 फीट गहरा तेल का टैंक बनाया गया है। इसमें तेल इकट्ठा किया जाएगा. जब प्रतिमा के पैरों पर तेल डाला जाएगा तो वह सीधे इस टैंक में एकत्र हो जाएगा। कार्यक्रम में अवधेशानंद महाराज सूरजकुंड, सवाई भोज आसींद के महंत सुरेश दास महाराज, निर्बाक आश्रम भीलवाड़ा के महंत मोहन शरण शास्त्री, महंत मनसुख दास हनुमान मंदिर पीठ का खेड़ा, महंत गोविंद दास रघुनाथपुरा, तपस्वी योगी बाबा बम-बम नाथ उज्जैन, महंत किशनदास महाराज बीड़ के बालाजी दौलतगढ़ आदि आएंगे।

गंगात्री धाम लाछुड़ा में सात दिवसीय शिव महापुराण कथा का आयोजन होगा। वृन्दावन की कृष्ण प्रिया 20 नवम्बर से 27 नवम्बर तक प्रतिदिन दोपहर 12:15 बजे से शाम 4 बजे तक कथा का वाचन करेंगी। कथा वाचक कृष्णा प्रिया मंगलवार देर शाम लाछुड़ा पहुंचीं, जिनका ग्रामीणों ने स्वागत किया।

कथा के लिए 90 गुणा 200 फीट का पंडाल बनाया गया था. लाछुड़ा गांव के सभी मंदिरों को भी सजाया गया। शनिदेव की प्रतिमा को भी लाइटिंग से सजाया गया। बुधवार को कथा के शुभारंभ के दिन दिल्ली से आए कलाकार रात्रि 8 बजे से झांकी प्रस्तुत करेंगे। 7 दिवसीय महोत्सव का शुभारंभ सुबह 8:15 बजे कलश यात्रा के साथ होगा। पंच कुंडीय महायज्ञ भी होगा। यज्ञाचार्य पंडित सुरेश शास्त्री लाछुड़ा होंगे। 26 नवंबर को रात्रि 8:15 बजे भजन संध्या होगी।