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राजस्थान में निमोनिया के इलाज के नाम पर मासूम को दिया दर्द, गर्म सलाखों से दागा, जानें मामला

 
राजस्थान में निमोनिया के इलाज के नाम पर मासूम को दिया दर्द, गर्म सलाखों से दागा, जानें मामला 

भीलवाड़ा न्यूज़ डेस्क, अंधविश्वास का एक खौफनाक चेहरा राजस्थान से सामने आया है। यहां निमोनिया के इलाज के नाम पर मासूम बच्चों को गर्म सलाखों से दागने का सिलसिला अभी रुकने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसा ही मामला भीलवाड़ा के जिला अस्पताल में एक गंभीर अवस्था में उपचार के लिए चित्तौड़गढ़ जिले से लाई गई एक बच्ची का देखने को मिला है। गर्म सलाख़ों से दागने के कारण हुए घाव के दर्द मारे बच्ची कराह रही है।

परिजनों का को गर्म सलाख़ों से दागने से इनकार

भीलवाड़ा के राजकीय महात्मा गांधी चिकित्सालय के शिशु वार्ड में एक आठ माह की मासूम बच्ची जिसे निमोनिया के इलाज के नाम पर गर्म सलाखों से दाग दिया था। वह अब जीवन और मौत का संघर्ष कर रही है। बच्ची के परिजनों ने बच्ची को गर्म सलाख़ों से दागने से इनकार करते हुए कहा कि इसके ऊपर गर्म कोयला गिर गया था, जिससे पेट पर ऐसा निशान बना है। मगर डॉक्टर का कहना है कि बच्ची को गर्म सलाखों से दागा गया है।

बच्ची को आई सी यू में भर्ती किया

राजकीय महात्मा गांधी अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर अरुण गौड़ ने बताया कि चित्तौड़गढ़ जिले के गंगरार थाना क्षेत्र के रहने वाली आठ माह की एक बच्ची को गंभीर अवस्था में आई सी यू में भर्ती किया गया है। इस बच्ची को सांस लेने में तकलीफ हो रही है। इसी के चलते इसके परिजनों ने इसे भोपे के पास ले जाकर गर्म सलाख़ों से दागवा दिया था। बच्ची की गंभीर हालत को देखते हुए चिकित्सको की टीम नियमित रूप से उसका चेकअप का इलाज कर रही है। सूचना मिलने पर बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष चंद्रकला ओझा और उनकी टीम के सदस्य भी अस्पताल पहुंचे है। डॉक्टर से बच्ची के सेहत के बारे में जानकारी ली है।