शाहपुरा जिला रद्द करने के विरोध में महापड़ाव, वीडियो में देखें खबर
भीलवाड़ा न्यूज़ डेस्क, भजनलाल सरकार ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के राज में बने नए बने 9 जिले और 3 संभाग रद्द करने बाद कई जगह फैसले का विरोध हो रहा है। शाहपुरा (भीलवाड़ा) जिला रद्द किए जाने के विरोध में लोगों का आक्रोश लगातार बढ़ रहा है। यहां आंदोलन मंगलवार को 28वें दिन जारी है।शाहपुरा जिला संघर्ष समिति के नेतृत्व में मंगलवार को महलों के चौक में महापड़ाव का आयोजन किया गया। इस महापड़ाव में शाहपुरा और आसपास की तहसीलों और गांवों से हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। सभी ने एक स्वर में शाहपुरा को जिला यथावत रखने की मांग की। इसके साथ ही महलों के चौक से दोपहर करीब 2 बजे उपखंड कार्यालय तक विशाल रैली निकाली गई।
आगामी चुनावों में मतदान का बहिष्कार करने चेतावनी
महलों के चौक पर आयोजित जनसभा में जिला संघर्ष समिति के संयोजक रामप्रसाद जाट, अध्यक्ष दुर्गालाल राजोरा, सदस्य अनिल शर्मा, नमन ओझा, ताज मोहम्मद पठान, अर्पित कसेरा और अविनाश शर्मा ने लोगों को संबोधित किया। वक्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि शाहपुरा को जिला नहीं बनाया गया, तो आगामी पंचायत और नगर परिषद चुनावों में मतदान का बहिष्कार किया जाएगा।
कटआउट फाड़े, पोस्टरों पर जताया विरोध
रैली के दौरान त्रिमूर्ति चौराहे पर जहां एक दिन पूर्व विधायक डॉ. लालाराम बेरवा का कटआउट हटाया गया था, वहां प्रदर्शनकारियों ने जोरदार नारेबाजी की। इसके बाद मांडल-सांगानेर मेगा हाईवे पर लगे विधायक के पोस्टरों को फाड़कर विरोध जताया। इस दौरान थोड़ी देर के लिए भीड़ उग्र हो गई, लेकिन पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया।
सरकार को 15 दिन का दिया अल्टीमेटम, हाईवे जाम की चेतावनी
रैली के रूप में हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी दोपहर करीब 3 बजे उपखंड कार्यालय पहुंचे। इस दौरान SDM को राज्यपाल के नाम शाहपुरा जिला बहाल करने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में राज्य सरकार से 15 दिनों के भीतर शाहपुरा को जिला घोषित करने की मांग की गई।संघर्ष समिति के संयोजक रामप्रसाद जाट ने कहा कि यदि 15 दिनों के भीतर शाहपुरा को जिला नहीं बनाया गया, तो नागौर-सतूर नेशनल हाईवे और मांडल-सांगानेर मेगा हाईवे 148डी पर महापड़ाव किया जाएगा।
SDM के ऑफिस के सामने जारी रहेगा धरना
अधिवक्ता अनिल शर्मा ने बताया कि शाहपुरा में चल रहा नियमित धरना प्रदर्शन निरंतर जारी रहेगा। समिति ने साफ कर दिया है कि जब तक सरकार शाहपुरा को जिला घोषित नहीं करती, तब तक विरोध-प्रदर्शन और धरना चलता रहेगा।
28 दिनों से चल रहा है आंदोलन
शाहपुरा जिला संघर्ष समिति के नेतृत्व में पिछले 28 दिनों से आंदोलन चल रहा है। सोमवार रात को त्रिमूर्ति चौराहे पर स्थित विधायक लालाराम बैरवा के कट आउट को हटा दिया गया। इसके बाद लोगों ने आतिशबाजी की। आज संघर्ष समिति के आह्वान पर संपूर्ण शाहपुरा बंद है और इसे 'ब्लैक डे' के रूप में मनाया जा रहा है।मेडिकल स्टोर यूनियन सहित लगभग 60 संस्थाओं ने बंद को समर्थन दिया है। जय मेवाड़ टैक्सी यूनियन के समर्थन के कारण स्कूली बच्चे घरों में ही रह गए, क्योंकि ऑटो चालकों ने उन्हें स्कूल नहीं पहुंचाया।
विधायक का कटआउट तोड़ टुकड़े-टुकड़े किया
संघर्ष समिति के प्रियांशु यदुवंशी ने बताया- जिला समाप्त होने के बाद से ही विधायक ने आंदोलनकारियों से कोई वार्ता नहीं की। चौक पर विधायक का बड़ा कटआउट लगा था। जिससे लोगों में आक्रोश था।18 दिसंबर को शाहपुरा विधायक डॉ. लालाराम बैरवा का जन्मदिन मनाया गया था। इस दौरान उनके समर्थकों ने अमर शहीद बारहठ बंधुओं की स्मृति में निर्मित त्रिमूर्ति स्मारक के सामने हाई मास्ट लाइट पर विधायक का करीब 20 फीट ऊंचा कटआउट लगा दिया। इस कदम को लेकर शाहपुरा के लोगों में गहरी नाराजगी थी। शाहपुरा जिला अभिभाषक संस्थान ने इस मामले में नगर परिषद आयुक्त और थानाधिकारी को शिकायत दी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने पर कोर्ट में इस्तगासा दायर किया गया।कटआउट को लेकर बढ़ते विरोध के बीच, कल देर रात विधायक समर्थकों ने कटआउट हटाया। कटआउट हटाने के दौरान करीब 1000 लोग वहां इकट्ठा हो गए। जैसे ही कटआउट गिराया, लोगों ने जमकर आतिशबाजी की। कटआउट को गिराने के बाद उसे तोड़कर टुकड़ों में बांट दिया गया।
