Bhilwara वकील के साथ दुर्व्यवहार को लेकर वकीलों ने टायर जलाकर किया विरोध
भीलवाड़ा न्यूज़ डेस्क, भीलवाड़ा में परिवादी के साथ थाने आए वकील के साथ पुलिसकर्मियों द्वारा अभद्रता करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई नहीं होने से आक्रोशित वकीलों ने मंगलवार को जिला एवं सत्र न्यायालय में न्यायिक कार्य का बहिष्कार किया और टायर जलाकर विरोध जताया.
जिला अधिवक्ता संस्थान के अध्यक्ष ऋषि तिवारी के नेतृत्व में वकील कोर्ट के बाहर एकत्र हुए और प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि अगर दोषियों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं की गयी तो आंदोलन तेज किया जायेगा. हालांकि इस मामले में एसपी ने दोपहर में ही तीन पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया था.
वकीलों का कहना है कि मामले में सोमवार को एसपी राजन दुष्यंत से भी मुलाकात की गई थी। इस दौरान दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई। लेकिन अभी तक इस मामले में पुलिस अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गयी है, जिससे वकील समुदाय में आक्रोश बढ़ रहा है. वहीं, मामले की जांच के बाद दोपहर तीन बजे ही एसपी की ओर से तीनों पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर करने के निर्देश जारी कर दिये गये.
पीड़ित वकील धर्मेंद्र तिवारी का कहना है कि वह अपने परिवादी के साथ मांडल थाने में शिकायत दर्ज कराने गए थे. इस दौरान ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया, उनका मोबाइल छीन लिया और बैरक में डाल दिया. साथी वकीलों ने आकर उसे हवालात से छुड़वाया। तिवारी ने बताया कि ड्यूटी पर तैनात एएसआई नानूराम, कांस्टेबल रशीद और बाबूलाल ने शिकायत पत्र नहीं लेकर उन्हें डराया-धमकाया। परिचय देने पर तीनों पुलिसकर्मी भड़क गए और उसका मोबाइल छीन लिया, बेल्ट खोल ली और बिना वजह उसे लॉकअप में बंद कर दिया। दोबारा थाने आने पर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी।