राजस्थान के इस जिले में पुलिस की कार्यवाही से बजरी माफियाओं में मचा हड़कंप, अवैध बजरी से भरे 9 ट्रैक्टर-ट्रॉली किए जब्त
भीलवाड़ा न्यूज़ डेस्क - भीलवाड़ा पुलिस लगातार अवैध बजरी परिवहन के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। आईपीएस (प्रोबेशनर) जतिन जैन की टीम ने सोमवार को खटवाड़ा गांव के पास बड़ी कार्रवाई की। टीम ने बनास नदी से अवैध बजरी ले जा रहे 7 ट्रैक्टर-ट्रॉली पकड़े।टीम ने मांडलगढ़ के पास से अवैध बजरी ले जा रहे 2 ट्रैक्टर-ट्रॉली पकड़कर मांडलगढ़ थाना परिसर में खड़े करवाए।
प्रशिक्षु आईपीएस जतिन जैन ने बताया कि सोमवार को बीगोद थाना क्षेत्र के खटवाड़ा गांव के पास अवैध बजरी परिवहन की सूचना मिलने पर वे मौके पर पहुंचे। यहां टीम ने बजरी से भरे 7 ट्रैक्टर पकड़े। इस दौरान ट्रैक्टर चालकों ने भागने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें घेरकर पकड़ लिया और आगे की कार्रवाई के लिए मांडलगढ़ थाने में खड़े करवाए।उधर, पुलिस की कार्रवाई की भनक लगते ही दर्जनों ट्रैक्टर खटवाड़ा गांव की गलियों से होकर भाग निकले। पुलिस की इस अचानक कार्रवाई से क्षेत्र के बजरी माफियाओं में हड़कंप मच गया।
संदेह के घेरे में बीगोद पुलिस
पिछले लंबे समय से माली खेड़ा, भारलिया, खटवाड़ा, रानीखेड़ा, बेड़च नदी के समीप रेत गांव त्रिवेणी संगम, बीगोद थाना क्षेत्र के नाहरगढ़, बड़लियास थाना क्षेत्र के डोवनी, जीवाखेड़ा क्षेत्र तथा बनास नदी के किनारे बसे गांवों के 2 दर्जन से अधिक बजरी माफिया पिछले पांच-छह वर्षों से बनास नदी में सक्रिय हैं।
राजनीतिक संरक्षण के चलते फल-फूल रहे बजरी माफिया
इन माफियाओं ने बनास नदी को पूरी तरह बर्बाद कर दिया है, जिससे नदी का स्वरूप ही बदल गया है। बनास नदी में कई स्थानों पर गहरे गड्ढे बन गए हैं, जिससे क्षेत्र के सभी कुएं सूख गए हैं। बोरवेल का जलस्तर दिन-प्रतिदिन गहरा होता जा रहा है। बजरी के इस खेल में क्षेत्र के कई युवाओं को राजनीतिक संरक्षण मिला हुआ है।
जल्दी अमीर बनने के लालच में हैं युवा
जल्दी अमीर बनने के लालच में युवाओं की एक बड़ी फौज अवैध बजरी मामले में शामिल है। वे गांव-कस्बों के चौराहों पर पुलिस व खनिज विभाग पर नजर रखते हैं। जहां भी कार्रवाई होती है, वहां किस थाने का अधिकारी किस रोड पर है, इसकी जानकारी सोशल मीडिया ग्रुप के जरिए एक-दूसरे को दी जाती है।
बजरी परिवहन के लिए रूट तय
माफियाओं के लिए बजरी परिवहन का रूट चार्ट तय है। जीवा खेड़ा, दोवानी, नाहरगढ़ से आने वाले बजरी से भरे ट्रक, ट्रेलर, ट्रैक्टर जो कोटा व बिजोलिया की ओर जाते हैं, वे बिगोद से न होकर खटवाड़ा से जोजवा होते हुए त्रिवेणी की ओर जाते हैं, जिससे बिगोद थाना बच जाता है।वही जीवखेड़ा, दोवनी, नाहरगढ़ खटवाड़ा, माली खेड़ा, बीगोद की ओर से बनास नदी से बजरी भरकर ट्रैक्टर मेहता जी का खेड़ा, सुरास, केक की ओर से कच्चे रास्तों से जोजवा, सराणा, विट्ठलपुरा, बागीद, धाकड़ खेड़ी, सिंगोली चारभुजा, बरूदनी चौराया, चौराहों से भिचौर होते हुए कच्चे रास्तों से बेगू की ओर ट्रैक्टर निकालते रहते हैं। दिन और रात.
