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Bhilwara शिक्षा विभाग में फर्जीवाड़ा, स्कूलों में नहीं हुई फर्नीचर की आपूर्ति!

 
Bhilwara शिक्षा विभाग में फर्जीवाड़ा, स्कूलों में नहीं हुई फर्नीचर की आपूर्ति!
भीलवाड़ा न्यूज़ डेस्क, 

भीलवाड़ा न्यूज़ डेस्क,  प्रधान महालेखाकार की टीम ने शिक्षा विभाग के समग्र शिक्षा अभियान में 4.77 करोड़ रुपये का फर्जीवाड़ा पकड़ा है. ऑडिट टीम ने कई अनियमितताएं पकड़ी थीं लेकिन अब तक विभाग की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया है. इसलिए 2 फरवरी को राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद के वित्तीय सलाहकार ने जिले के समग्र शिक्षा अभियान के अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक को पत्र लिखकर 7 दिन में जवाब मांगा.

ऑडिट में पकड़ी गई अनियमितताओं के मुताबिक, समग्र शिक्षा अभियान ने स्कूलों में फर्नीचर की आपूर्ति किए बिना ही फर्म को 3.32 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया। ऐसे करीब 7 प्रोजेक्ट कार्यों के ऑडिट में अलग-अलग तरीके से अनियमित भुगतान किया गया है. यह मामला 2016-17 में जिले के स्कूलों में हुए प्रोजेक्ट कार्यों के भुगतान से जुड़ा है.

1. शर्तों के अनुरूप फर्नीचर की आपूर्ति नहीं की गई: स्कूलों में फर्नीचर की आपूर्ति के लिए 20 अगस्त 2015 को निविदा आमंत्रित की गई थी। ठेकेदार मेसर्स परीन फर्नीचर प्राइवेट लिमिटेड को 3 करोड़ 32 लाख 27 हजार 351 रुपये का फर्नीचर विभिन्न स्कूलों में आपूर्ति करना था। फर्नीचर सप्लाई के बाद कलेक्टर द्वारा गठित कमेटी ने 25 स्कूलों का निरीक्षण किया. खुलासा हुआ कि 19 स्कूलों में फर्नीचर अनुबंध के मुताबिक नहीं था। फर्नीचर न होने पर 15 दिन के भीतर फर्म बदल कर नया फर्नीचर सप्लाई करना पड़ता था।

2. स्कूल भवन में फ्लाई ऐश ईंटों का उपयोग नहीं किया गया और 1.62 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया: निर्माण कार्यों में फ्लाई ऐश ईंटों का उपयोग करना आवश्यक है। ऑडिट से पता चला कि स्कूल भवनों के निर्माण में फ्लाई ऐश ईंटों का उपयोग नहीं किया गया था। इसलिए 1 करोड़ 62 लाख 96 हजार रुपये का भुगतान नियमों का उल्लंघन माना गया.

3. 73 हजार रुपए का भुगतान लेकिन स्टॉक रजिस्टर में एंट्री नहीं: सामान्य वित्तीय एवं लेखा नियमों के अनुसार खरीदी गई प्रत्येक वस्तु की संख्या और वजन रजिस्टर में दर्ज किया जाना चाहिए। इंट्री नहीं होने से यह पता नहीं चल सका कि सामग्री खरीदी गयी या नहीं. 73 हजार 356 रुपये की अलग-अलग मदों में प्रविष्टि न कर सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया।