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Bhilwara नगर परिषद की बोर्ड बैठक के दौरान पार्षदों में हुआ हंगामा

 
Bhilwara नगर परिषद की बोर्ड बैठक के दौरान पार्षदों में हुआ हंगामा 

भीलवाड़ा न्यूज़ डेस्क, नगर परिषद भीलवाड़ा को नगर निगम बनाने के प्रयास किये जा रहे हैं लेकिन परिषद के पार्षद एक दूसरे पर आरोप लगाने में लगे हुए हैं. कांग्रेस पार्षद ने कहा ये पोपा बाई का राज़ है लेकिन बीजेपी ने कहा ये नाथी का बाड़ा है. घटना गुरुवार को नगर परिषद बोर्ड की बैठक के दौरान घटी, जहां वार्डों में काम को लेकर पार्षद आपस में उलझ गये और एक-दूसरे पर तंज कसने लगे और बोर्ड की बैठक हंगामे में खत्म हो गयी.

विपक्षी पार्षदों ने सभापति पर भेदभाव करने और उनके वार्डों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया. हंगामे और आरोप-प्रत्यारोप के बीच करीब 2 घंटे 30 मिनट तक चली बोर्ड बैठक में 403 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी दी गई. इस दौरान भाजपा, कांग्रेस और निर्दलीय पार्षद एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते रहे। बोर्ड बैठक का एजेंडा मुख्य रूप से भीलवाड़ा नगर परिषद को नगर निगम बनाना था।

अध्यक्ष राकेश पाठक ने कहा कि हमने अपने शहर की भावनाओं को व्यक्त किया है. पूरा शहर चाहता है कि भीलवाड़ा नगर परिषद नगर निगम बने क्योंकि नगर निगम के सभी कागजात भीलवाड़ा नगर परिषद के पास होते हैं. उसके लिए 5 लाख आबादी चाहिए जो भीलवाड़ा की है. भीलवाड़ा शहर का कार्य क्षेत्र काफी बड़ा है। यहां 70 वार्ड हैं. अलवर नगर निगम बन चुका है और भीलवाड़ा नगर परिषद इससे कहीं बेहतर स्थिति में है. अधिकारियों द्वारा पार्षद का फोन नहीं उठाने के सवाल पर सभापति पाठक ने कहा कि जब मामला मेरे संज्ञान में आया तो मैंने बोर्ड बैठक में 17 सूचियों का नोटिस जारी करने और इसकी जांच के लिए कमेटी बनाने को कहा है.