Bhilwara Loksabha Election 2024 Result लोकसभा चुनावों की मतगणना में भाजपा कांग्रेस से इतने वोट आगे या कांग्रेस भाजपा से इतनी आगे या ये कैंडिडेट इससे इतना आगे
भीलवाड़ा न्यूज़ डेस्क, राजस्थान की कपड़ा सिटी भीलवाड़ा में लोकसभा चुनाव के परिणाम चौंकाने वाले हो सकते हैं. इस लोकसभा सीट पर दूसरे चरण में 26 अप्रैल को वोटिंग हुई और कुल 55.41 फीसदी वोट पड़े. इस सीट पर मुख्य मुकाबला कांग्रेस पार्टी के सीपी जोशी और बीजेपी के उम्मीदवार दामोदर अग्रवाल के बीच रहा. आज वोटों की काउंटिंग हो रही है. सबसे पहले पोस्टल बैलेट वोटों की गिनती हो रही है. साल 2019 के लोकसभा चुनावों में भी इस सीट पर मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के उम्मीदवारों के ही बीच था. उस समय 9 लाख 36 हजार वोट पाकर बीजेपी के सुभाष चंद्र बहेरिया 6 लाख 11 हजार वोटों से चुनाव जीत गए थे. वहीं उनके निकटतम प्रतिद्वंदी और कांग्रेस के नेता राम पाल शर्मा को महज 3 लाख 25 हजार वोट मिले थे.
पिछली बार से कम हुआ मतदान
साल 2019 के चुनाव में कुल 65.64 फीसदी वोटिंग हुई थी. जबकि इस बार करीब 10 फीसदी कम यानी 55.41 फीसदी वोट पड़े. भीलवाड़ा लोकसभा सीट आजादी के बाद हुए पहले ही लोकसभा चुनाव के दौरान अस्तित्व में आ गई थी. तब से लेकर अब तक किसी भी राजनीतिक दल का यहां पर बड़ा प्रभाव नहीं बन सका है.
हालांकि, चुनाव आयोग के आंकड़ों को देखने से पता चलता है कि इस सीट पर अन्य पार्टियों की तुलना में कांग्रेस पार्टी ने सबसे ज्यादा बार जीत दर्ज की है. इस सीट पर हुए पहले चुनाव में रामराज्य परिषद के हरिराम नाथनी यहां से सांसद बने थे. हालांकि साल 1957 में यहां से कांग्रेस पार्टी के रमेश चंद्र व्यास चुने गए और वह 1967 तक लगातार तीन बार कांग्रेस का झंडा बुलंद करते रहे.
2009 के बाद से नहीं आए कांग्रेस की सरकार
साल 1971 के चुनाव में भारतीय जनसंघ के हेमेंद्र सिंह बनेड़ा ने कांग्रेस का विजय रथ रोक लिया. फिर 1977 के चुनाव में यहां से जनता पार्टी के रूपलाल सोमानी सांसद चुने गए. 1980 में कांग्रेस पार्टी ने यहां से दोबारा जीती और 1984 के आम चुनाव में भी अपनी जीत कायम रखी. इस समय गिरधारी लाल व्यास सांसद चुने गए थे, लेकिन 1989 में एक बार फिर हेमेंद्र सिंह बनेड़ा ने कांग्रेस का विजय रथ रोका. इस बार वह जनता पार्टी के टिकट से चुनाव लड़े थे. उसके बाद से साल 2009 के चुनाव तक कभी कांग्रेस तो कभी बीजेपी के उम्मीदवार जीतते रहे. कांग्रेस पार्टी के टिकट पर आखिरी बार यहां से सीपी जोशी साल 2009 में जीते थे. उसके बाद से लगातार दो चुनाव जीतकर सुभाष बहेरिया फिलहाल निवर्तमान सांसद रहे. हालांकि इस बार बीजेपी ने उनका टिकट काट कर दामोदर अग्रवाल को टिकट दिया.
