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Bhilwara एसीबी ने की कार्रवाई, रिश्वत लेने वाला गिरफ्तार, भेजा जेल

 
Bhilwara एसीबी ने की कार्रवाई, रिश्वत लेने वाला गिरफ्तार, भेजा जेल 

भीलवाड़ा न्यूज़ डेस्क, एसीबी ने गुरुवार को महुआ खुर्द (बानेदा) गिरदावर लाला राम कुमावत को किराएदार के खेत पर पथराव करने के एवज में तीन हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. आरोपित ने शिकायतकर्ता से दो हजार रुपये पहले ही ले लिए थे। इस साल की यह दूसरी कार्रवाई है। एसीबी-द्वितीय के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ब्रजराज सिंह ने बताया कि परिवादी देवी सिंह पुत्र लाल सिंह राणावत निवासी खेड़लिया (बनेड़ा) ने 15 मई को एसीबी चौकी भीलवाड़ा-दो में शिकायत दी थी. इसमें बताया गया कि गिरदावर अपनी पैतृक कृषि भूमि के पत्थरबाजी के सिलसिले में लालाराम कुमावत से मिले थे.

गिरदावर ने पत्थर तराशने के एवज में 6 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। परिवादी ने उसी समय दो हजार रुपए दे दिए। शेष चार हजार रुपये पत्थरों को तराशने के लिए रिश्वत के रूप में मांगे गए। फरियादी ने कम करने को कहा तो गिरदावर ने 25 मई को पत्थरगढ़ी के दौरान तीन हजार रुपये लेने की बात कही. गिरदावर लालाराम कुमावत गुरुवार को तीन हजार रुपये रिश्वत लेने परिवादी के घर पहुंचे। पैसे लेकर पैंट की बाईं जेब में रख लिए। इसी बीच आसपास पर नजर रख रहे जवानों ने गिरदावर को दबोच लिया और लालाराम कुमावत को रिश्वत के रूप में तीन हजार रुपये बरामद कर गिरफ्तार कर लिया.

कार्रवाई के दौरान एसीबी के पुलिस उपाधीक्षक शिव प्रकाश, एचएम गोपाल जोशी व एचएम प्रह्लाद पारीक, आरक्षक महेंद्र, प्रेमराज, रामेश्वर लाल, शिवराज सिंह, अशोक व विनोद कुमार मौजूद रहे. इन नंबरों पर दें रिश्वत लेने वालों की जानकारी... एएसपी ब्रजराज सिंह ने बताया कि काम के एवज में रिश्वत मांगने पर आम लोग फोन नंबर 01482-265687 और 230310 पर या एसीबी रेंज कार्यालय के फोन नंबर 0145-2622436 पर या ब्यूरो के टोल बूथ पर कॉल कर सकते हैं. मुख्यालय मुफ्त हेल्पलाइन नंबर 1064 या व्हाट्सएप नंबर 9413502834 पर शिकायत दर्ज कराएं। 3 जून 2022 को दिए थे आदेश... फरियादी ने बताया कि बानेडा एसडीएम ने पिछले साल 3 जून को पाथरगढ़ी के लिए आदेश जारी किया था, लेकिन गिरदावर करीब 11 माह से चक्कर लगा रहा था. एक माह पूर्व फरियादी ने फिर से बनेड़ा तहसीलदार को पथराव कराने का आवेदन दिया. तहसीलदार ने आवेदन पर ही गिरदावर में पथराव करने के निर्देश दिए थे। फिर उसने छह हजार रुपये रिश्वत की मांग की।