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Bhilwara 1200 कर्मचारी फिर भी सफाई नहीं, शहर में हर जगह कचरा

 
Bhilwara 1200 कर्मचारी फिर भी सफाई नहीं, शहर में हर जगह कचरा 

भीलवाड़ा न्यूज़ डेस्क, शहर के 70 वार्डो में सफाई के लिए 1200 सफाई कर्मचारी लगा रखे है। इनमें से कुछ तो नगर परिषद में लगे है। कुछ जिला अधिकारियों के निवास पर भी लगे है। कई कर्मचारी तो केवल हाजरी भरकर पुन: लौट जाते है। कई वार्ड में तीन दिन में सफाई कर्मी एक बार नजर आते है। ऐसे में शहर की पूरी तरह से सफाई नहीं हो पा रही है।  शहर में हर दिन लगभग 220 टन कचरा उठता है। इसे उठाने के लिए नगर परिषद में कई संसाधन है। लेकिन सफाई कर्मचारियों की लापरवाही शहर की गलियों में नजर आ रही है। कई सफाई करने के बाद गली के कोनों पर ही कचरा छोड़ रहे हैं। हालांकि नगर परिषद ने लगभग 200 से अधिक कचरा स्टैंड बना रखे है। इन सभी से कचरा उठाने के लिए अलग से मशीनरी लगा रखी है। वह कचरा तो उठा रहे है, लेकिन सफाई कर्मचारी पुन: कचरा डाल रहे हैं।

शहर में चलते हैं 90 ऑटो टिपर

शहर के 70 वार्डो में घर-घर कचरा उठाने के लिए 100 से अधिक ऑटो टिपर है। इनमें से करीब 90 ऑटो टिपर प्रतिदिन घर-घर से कचरा लेने के बाद उसे स्टैंड पर डालते है। इस स्टैंड से कचरा दोपहर तक उठाया तो जाता है, लेकिन शहर में कई ऐसे अस्थाई कचरा स्टैंड है जहां पर सफाई कर्मचारी कचरा डाल रहे है। कचरा उठाने के लिए कई लोडर, डम्पर, ट्रैक्टर ट्रोली, जेसीबी समेत 200 से अधिक कर्मचारी लगे है।

नालियों में भरा कचरा: गली मोहल्ले में नालियों के ऊपर अतिक्रमण होने से उनकी सफाई तक नहीं हो पाती है। इसके कारण नालियों का गंदा पानी सड़कों पर फैलता है। कई बार को सफाई कर्मचारी नालियों का कचरा निकालकर रोड पर छोड़ देते है, जिसे तीन-चार दिन तक वही पड़ा रखते है। ऐसे में वह कचरा पुन: नालियों में चला जाता है।

इससे हो रही गंदगी: नगर परिषद के अनुसार एक व्यक्ति प्रतिदिन 250 ग्राम कचरा जेनेरेट करता है। इसमें पॉलिथीन, प्लास्टिक, रबर व खाने की सामग्री होती है। गाय व भैंस का गोबर भी कचरा बढ़ाने का मुख्य कारण होता है। कुछ जगहों पर तो बिल्डिंग के रॉ मेटेरियल से भी कचरा बढ़ रहा है। शहर की आबादी दिनों दिन बढ़ रही है. प्रत्येक माह नए घर बन रहे हैं। कचरे का भार भी दिनों दिन बढ़ रहा है। लेकिन उसे उठाने वाला कोई नहीं है।