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जाट बाहुल्य भरतपुर लोकसभा सीट पर किसका होगा राजतिलक? जानिए पूरा सियासी समीकरण

 
जाट बाहुल्य भरतपुर लोकसभा सीट पर किसका होगा राजतिलक? जानिए पूरा सियासी समीकरण

भरतपुर न्यूज़ डेस्क, लोकसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां सक्रिय हो गई है. प्रथम चरण के लिए सभी पार्टियों ने अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए है. नामांकन प्रक्रिया भी पूरी हो गई है. चुनाव प्रचार शुरू हो चुका है. अब बारी जनता की है किसको अपना समर्थन और वोट देती है. भरतपुर लोकसभा सीट पर 6 प्रत्याशी मैदान में है. बीजेपी प्रत्याशी रामस्वरूप कोली और कांग्रेस प्रत्याशी संजना जाटव के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है. इसके अलावा अन्य प्रत्याशियों में बहुजन समाज पार्टी की प्रत्याशी अंजिला जाटव और 3 निर्दलीय प्रत्याशी भी अनिता, पुरुषोत्तम लाल और पुष्पेंद्र कुमार भी मैदान में है.

जाट बाहुल्य क्षेत्र है भरतपुर

बता दें कि भरतपुर लोकसभा क्षेत्र जाट बाहुल्य है. भरतपुर लोकसभा क्षेत्र में 3 जिलों के 8 विधानसभा क्षेत्र आते हैं. भरतपुर जिले में भरतपुर, नदबई,बयाना और वैर 4 विधासभा है. इसके अलावा डीग जिले में डीम, कामां और नगर 3 विधानसभा है. कुम्हेर विधानसभा अलवर जिले की एक विधानसभा कठूमर विधानसभा क्षेत्र के मतदाता भी भरतपुर लोकसभा सीट से सांसद को अपने वोट से चुनते है.

भरतपुर लोकसभा सीट पर रहा है राजपरिवार का दबदबा 

वर्ष 2008 में परिसीमन से पहले इस सीट पर तत्कालीन राजपरिवार के सदस्यों का ही दबदबा रहता था राजपरिवार के सदस्य ही भरतपुर लोकसभा सीट पर जीत हासिल करते थे. पूर्व राजपरिवार के सदस्य विश्वेंद्र सिंह जो कांग्रेस सरकार में पर्यटन मंत्री रह चुके हैं, 1989 में जनता दल से और 1999 से 2009 तक बीजेपी से सांसद चुने गए थे. पूर्व राजपरिवार के सदस्य विश्वेन्द्र सिंह यहां से तीन बार सांसद रहे हैं और उनकी पत्नी दिव्या सिंह 1996 में बीजेपी से एक बार सांसद रह चुकी हैं. उनकी चचेरी बहन कृष्णेंद्र कौर दीपा 1991 में एक बार बीजेपी से सांसद रह चुकी हैं. उनके पिता महाराजा सवाई बृजेंद्र सिंह 1967 में एक बार निर्दलीय सांसद रहे थे और उनके चाचा गिर्राज शरण सिंह 1952 में इस सीट से पहली बार निर्दलीय सांसद चुने गए थे. 

2009 में कांग्रेस से रतन सिंह ने जीता था चुनाव

परिसीमन के बाद वर्ष 2009 में कांग्रेस उम्मीदवार रतन सिंह चुनाव जीते थे उसके बाद वर्ष 2014 में बीजेपी के उम्मीदवार बहादुर सिंह कोली और वर्ष 2019 में बीजेपी की रंजीता कोली चुनाव जीती थी. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार रंजीता कोली को कुल 7 लाख 07 हजार 992 वोट मिले थे, वहीं कांग्रेस उम्मीदवार अभिजीत कुमार ने 3 लाख 89 हजार  553 वोट मिले थे. भरतपुर लोकसभा क्षेत्र में कुल मतदान दर 59.11 प्रतिशत रही. निर्वाचन क्षेत्र में कुल 21,14,916 मतदाता हैं जिनमें 11,26,578 पुरुष मतदाता और 9,88,317 महिला मतदाता हैं.

संजना जाटव की विधानसभा चुनाव में हो चुकी है हार

कांग्रेस प्रत्याशी संजना जाटव भरतपुर जिले के भुसावर कस्बे की मूल निवासी 25 वर्षीय संजना जाटव की शादी अलवर की कठूमर विधानसभा क्षेत्र के समूची गांव के रहने वाले पुलिस कांस्टेबल कप्तान सिंह से हुई. संजना जाटव ने बीए एलएलबी की शिक्षा ग्रहण की है और अलवर जिले के वार्ड 29 से मौजूदा जिला परिषद सदस्य हैं। संजना ने वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में कठूमर विधानसभा से कांग्रेस पार्टी की प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा लेकिन बीजेपी उम्मीदवार रमेश खिंची से 409 वोटों के अंतर से हार गईं.  संजना जाटव को कांग्रेस पार्टी द्वारा अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित भरतपुर लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया गया है. संजना जाटव की शादी 2016 में कप्तान सिंह के साथ हुई थी उनके दो बच्चे हैं, कार्तिक जाटव, 6 वर्ष और बेटी सृष्टि कुमारी, 3 वर्ष. उनके पति कप्तान सिंह अलवर जिले के थानागाजी पुलिस स्टेशन में तैनात हैं. उनके ससुर हरभजन सिंह जाटव एक ठेकेदार हैं.

रामस्वरूप कोली पहले भी जीत चुके है लोकसभा चुनाव

भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी रामस्वरूप कोली भी भरतपुर जिले के भुसावर कस्बे के मूल निवासी है. 59 वर्षीय रामस्वरूप कोली ने 12वीं कक्षा तक शिक्षा ग्रहण की है. रामस्वरूप कोली वर्ष 2004 से 2009 तक बयाना लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद रहे हैं. वर्ष 2018 विधानसभा चुनाव में रामस्वरूप कोली ने बीजेपी के टिकट पर वैर विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ा था. लेकिन 10 प्रतिशत वोटों के अंतर से हार गए थे. वर्ष 2007 में दिल्ली क्राइम ब्रांच ने उन्हें मानव तस्करी कांड के आरोप में पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया था.

भरतपुर में किस जाति के कितने मतदाता? 

भरतपुर लोकसभा क्षेत्र जाट बाहुल्य माना जाता है और सबसे अधिक जाट मतदाता है. भरतपुर लोकसभा क्षेत्र में लगभग 5 लाख जाट मतदाता बताए जाते है और जाटव मतदाता लगभग 4 लाख है, लगभग 3 लाख वोट मुस्लिम समाज के है. गुर्जर लगभग 2 लाख 50 हजार, ब्राह्मण लगभग 1 लाख, वैश्य लगभग 1 लाख,राजपूत लगभग 80 हजार, कोली लगभग 70 हजार, सैनी लगभग 1 लाख, सिंधी,पंजाबी,सिख लगभग 50 हजार कुछ और जातियों के मतदाता भी भरतपुर लोकसभा क्षेत्र में आते है. कुल 21 लाख 14 हजार 916 मतदाता है. भरतपुर लोकसभा क्षेत्र में अब मतदाता का क्या मूड है देखने वाली बात होगी कि मतदाता किसे अपना वोट और समर्थन देकर जीत का ताज पहनाता है.