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भतीजे की हत्या के बाद इन्साफ के लिए 34 घंटे तक टावर पर चढ़े रहे चाचा, पुलिस की समझाइश के बाद उतरे नीचे

 
भतीजे की हत्या के बाद इन्साफ के लिए 34 घंटे तक त्ताव्र पर चढ़े रहे चाचा, पुलिस की समझाइश के बाद उतरे नीचे 

भरतपुर न्यूज़ डेस्क - भरतपुर के कोतवाली थाना क्षेत्र में मोबाइल टावर पर चढ़ा व्यक्ति आज 34 घंटे बाद नीचे उतर आया। वह हत्याकांड के बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहा था। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने उसे आश्वासन दिया। इसके बाद मंगलवार सुबह 10.30 बजे वह नीचे उतर आया। उसने बताया कि 5 फरवरी को बदमाशों ने उसके परिवार पर फायरिंग की थी, जिसमें उसके भतीजे की मौत हो गई और दो घायलों का इलाज चल रहा है। डीग के सदर थाने में 17 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था लेकिन अभी तक सिर्फ 6 की ही गिरफ्तारी हो पाई है।

कोतवाली थानाधिकारी विनोद मीना ने बताया- सोमवार दोपहर 1 बजे कोतवाली थाना क्षेत्र में जिंदल अस्पताल के पास बीएसएनएल टावर पर हरिचंद नाम का व्यक्ति चढ़ गया। आज सुबह 10.30 बजे हरिचंद टावर से नीचे उतर आया।हरिचंद डीग जिले के सदर थाना क्षेत्र के खोहरी गांव का रहने वाला है। उसका इसी गांव के रहने वाले ओमप्रकाश से रंजिश है। हरिचंद का आरोप है कि 11 जनवरी 2025 की रात ओमप्रकाश के परिवार के गुड्डा, कल्लू, दिगंबर, अमर चंद, विनोद समेत करीब 15 लोग शराब पीकर उसके घर में घुस आए।

महिलाओं से मारपीट की, एक आरोपी को पीटा
इस दौरान घर में सिर्फ महिलाएं ही थीं। ओमप्रकाश के लोगों ने घर का गेट खटखटाया। महिलाएं बाहर आईं तो उन्हें पीटना शुरू कर दिया। हरिचंद पशुशाला में सो रहा था। महिलाओं के चिल्लाने की आवाज सुनकर वह भागकर अपने घर पहुंचा।हरिचंद को देखकर ओमप्रकाश के लोग भाग गए। हरिचंद ने कल्लू नाम के व्यक्ति को पकड़ लिया और उसकी बुरी तरह पिटाई कर दी। 12 जनवरी को ओमप्रकाश ने डीग सदर थाने में मारपीट का मामला दर्ज कराया। पुलिस ने मामले की जांच कर हरिचंद के पक्ष के प्रदीप, गुलजार, मोहन को जेल भेज दिया।

जमानत पर बाहर आए परिवार के लोगों पर फायरिंग की, घर पहुंचकर फिर फायरिंग की
5 फरवरी को प्रदीप, गुलजार और मोहन जमानत पर छूटे। वे अपने घर आ रहे थे। रास्ते में ओमप्रकाश के आदमियों ने उन्हें घेर लिया और फायरिंग कर दी। घटना में प्रदीप को गोली लग गई। गुलजार, मोहन जान बचाकर भाग गए।आरोपी पूरन, अतर, सतवीर व कई अन्य लोग हरिचंद के घर पहुंचे और फायरिंग कर दी। गोलियों की आवाज सुनकर हरिचंद का भतीजा हरिओम व हरिओम का बेटा गौरव बाहर आ गए। उन्होंने हरिओम व उसके बेटे गौरव को भी गोली मार दी। फायरिंग के बाद सभी लोग भाग गए।घटना के बाद तीनों घायलों को आरबीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां हरिओम को मृत घोषित कर दिया गया।

17 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज, सिर्फ 6 गिरफ्तार
हरिचंद ने डीग के सदर थाने में 17 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। इसमें से पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया। हरिचंद ने बाकी आरोपियों की मांग की है।