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सुनीता विलियम्स और रिचर्ड्स रॉबर्ट्स को राजस्थान की ये यूनिवर्सिटी देगी डॉक्टरेट की उपाधि, अगले महीने होगा दीक्षांत समारोह

 
सुनीता विलियम्स और रिचर्ड्स रॉबर्ट्स को राजस्थान की ये यूनिवर्सिटी देगी डॉक्टरेट की उपाधि, अगले महीने होगा दीक्षांत समारोह

भरतपुर न्यूज़ डेस्क - महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय प्रसिद्ध अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और नोबेल पुरस्कार विजेता रिचर्ड्स रॉबर्ट्स को डॉक्टर ऑफ साइंस (मानद उपाधि) की मानद उपाधि प्रदान करेगा। विश्वविद्यालय ने अपनी शैक्षणिक परिषद और प्रबंधन बोर्ड की बैठक में यह निर्णय लिया है। बृज विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रमेशचंद्र ने बताया कि भारतीय मूल की और प्रसिद्ध अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स के पिता दीपक पंड्या गुजरात के मेहसाणा के मूल निवासी थे। अमेरिकी नौसेना में अधिकारी रहीं सुनीता विलियम्स ने लारिडा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से मास्टर ऑफ साइंस की डिग्री हासिल की है।

अंतरिक्ष में सबसे ज्यादा समय बिताने वाली सुनीता कई अंतरिक्ष मिशन का हिस्सा रही हैं और कुल चार अंतरिक्ष यात्राओं में अंतरिक्ष के रहस्यों को जानने के लिए सैकड़ों प्रयोग और शोध पूरे किए हैं, जिससे अंतरिक्ष से जुड़े शोध में मदद मिलेगी और पूरी दुनिया में भारत का गौरव बढ़ेगा। वहीं, प्रसिद्ध ब्रिटिश जैव रसायनज्ञ और आणविक जीवविज्ञानी रिचर्ड जे रॉबर्ट्स को 1993 में फिलिप एलन शार्प के साथ संयुक्त रूप से फिजियोलॉजी और मेडिसिन का नोबेल पुरस्कार दिया गया था। रिचर्ड्स जे रॉबर्ट्स के शोध से जीव विज्ञानियों को डीएनए के रहस्यों को जानने में मदद मिली है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रमेश चंद्र भारत के उप महावाणिज्यदूत डॉ. वरुण जेफ के माध्यम से सुनीता विलियम्स के संपर्क में हैं और इस संबंध में राजभवन से अनुमति मिलते ही कार्यक्रम की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जाएगा।

अप्रैल माह में प्रस्तावित दीक्षांत समारोह
उच्च शिक्षण संस्थान उन प्रतिष्ठित व्यक्तियों को मानद उपाधियां प्रदान करते हैं, जिन्होंने अध्ययन के किसी क्षेत्र या समाज में उल्लेखनीय योगदान दिया हो। इसी क्रम में बृज विश्वविद्यालय ने अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और नोबेल पुरस्कार विजेता रिचर्ड्स रॉबर्ट्स को मानद उपाधियां प्रदान करने का निर्णय लिया है। ये उपाधियां अप्रैल में प्रस्तावित पांचवें दीक्षांत समारोह में प्रदान की जाएंगी। इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर राज्यपाल की मंजूरी के लिए भेजा जा रहा है।