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Bharatpur की टॉपर बनीं हनी शर्मा, परिजनों ने मिठाई बांटकर मनाई खुशी

 
Bharatpur की टॉपर बनीं हनी शर्मा, परिजनों ने मिठाई बांटकर मनाई खुशी
भरतपुर न्यूज़ डेस्क, भरतपुर राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE) ने 12वीं आट्‌र्स का रिजल्ट गुरुवार दोपहर घोषित कर दिया। बोर्ड ने सात दिन पहले ही एक साथ साइंस और कॉमर्स का रिजल्ट घोषित किया था। प्रदेश के विभिन्न सरकारी और निजी स्कूलों से करीब सात लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स इस परीक्षा में शामिल हुए थे, जिनका आज इंतजार समाप्त हो गया। प्रदेश का कुल रिजल्ट 92.35 प्रतिशत रहा। छात्रों का परिणाम 90.65 प्रतिशत रहा जबकि छात्राएं इससे कहीं अधिक आगे रही और उनका परिणाम 94.60 प्रतिशत रहा। 2022 में आट्‌र्स का रिजल्ट 96.33 प्रतिशत रहा था। 2021 में रिजल्ट 99.19 और साल 2020 में 90.17 प्रतिशत रहा था।

12वीं साइंस व कॉमर्स का रिजल्ट 18 मई की रात आठ बजे घोषित कर दिया गया था। कॉमर्स का 96.60% और साइंस का रिजल्ट 95.65% रहा है। यह पिछले साल से करीब एक प्रतिशत कम रहा। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE) स्कूलों में 12 वीं में साइंस, कॉमर्स और आर्ट्स संकाय की परीक्षाएं करवाता है। इसी प्रकार बोर्ड की ओर से दसवीं की परीक्षाएं भी होती हैं। इस साल बोर्ड मई के अंतिम सप्ताह तक 12 वीं बोर्ड के सभी संकायों के परिणाम घोषित कर चुका है। अब दसवीं बोर्ड के परिणाम का इंतजार है। बताया जा रहा है कि 10वीं का रिजल्ट जून के पहले सप्ताह में जारी कर दिया जाएगा। 10वीं में कुल 10 लाख 68 हजार 383 स्टूडेंट्स शामिल हुए थे। वहीं बयाना के झील ही हनी शर्मा ने कस्बे में टॉप किया है। हनी शर्मा ने 95 फीसदी अंक हासिल किए है।

बयाना तहसील की झील का बाड़ा स्थित निजी स्कूल दर्शन पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल की छात्रा हनी शर्मा 95% अंकों के साथ ब्लॉक टॉपर रही हैं। उसे परीक्षा में 500 में से 475 अंक मिले हैं। हनी के पिता एक निजी स्कूल में टीचर हैं। जबकि मां गायत्री देवी हाउसवाइफ है। हनी ने बताया कि वह भविष्य में आईएएस बनना चाहती है। उसे टीवी पर क्रिकेट मैच देखना पसंद है। हनी ने बताया कि स्कूल से आने के बाद वह रोजाना 5-6 घंटे अध्ययन करती थी। इसी तरह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय तरसूमा की छात्रा शिवानी शर्मा ने भी परीक्षा में 93.80% अंक प्राप्त किए हैं। उसे परीक्षा में 500 में से 469 अंक मिले हैं। महमदपुरा गांव की रहने वाली शिवानी रोजाना 5 किलोमीटर दूर तरसूमा गांव के स्कूल में पढ़ने जाती थी। शिवानी के पिता राजेश कुमार शर्मा किसान हैं। उनकी मां आरती देवी हाउस वाइफ हैं। शिवानी भविष्य में टीचर बनना चाहती है।