पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का भजनलाल सरकार पर हमला, वीडियो में बोले 'ED, इनकम टैक्स और CBI के दम पर चल रही सरकार'
पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने केंद्रीय एजेंसियों और जिलों को भंग करने को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है। गहलोत ने कहा कि, बीजेपी कब तक ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के बलबूते पर सरकार चलाएगी।

भरतपुर न्यूज़ डेस्क - पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को भरतपुर में केंद्र सरकार और उसकी नीतियों पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि देश में ईडी, आयकर और सीबीआई जैसी एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है। अब तक देश में 900 नेताओं के घर ईडी की छापेमारी हो चुकी है, लेकिन सिर्फ दो नेता ही दोषी पाए गए। बाकी नेताओं और उनके परिवारों को बेवजह परेशान किया गया। गहलोत ने कहा कि देश में भय और दबाव का माहौल बनाया जा रहा है, जो लोकतंत्र और देश के हित में नहीं है। गहलोत दो दिवसीय भरतपुर दौरे पर हैं, जहां उन्होंने 'अपना घर आश्रम' में सामाजिक कार्यों की सराहना की।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को भरतपुर में केंद्र सरकार और उसकी नीतियों पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि देश में ईडी, आयकर और सीबीआई जैसी एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है। अब तक देश में 900 नेताओं के घर ईडी की छापेमारी हो चुकी है, लेकिन सिर्फ दो नेता ही दोषी पाए गए। बाकी नेताओं और उनके परिवारों को परेशान किया गया है। गहलोत ने कहा कि देश में भय का माहौल बनाकर सरकार चलाने की कोशिश की जा रही है, जो लोकतंत्र के लिए खतरनाक है। यह स्थिति देश के हित में नहीं है। देश एकजुट रहे, सभी जाति-धर्म के लोग एक साथ खुशहाल जीवन जिएं, यह जरूरी है, लेकिन मौजूदा हालात इसके उलट हैं।
कांग्रेस में नई सोच का जिक्र: कांग्रेस संगठन में हो रहे बदलावों का जिक्र करते हुए गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे दिल्ली में देशभर के जिला कांग्रेस अध्यक्षों से सीधी बैठक करेंगे। जिला अध्यक्षों को सीधे बुलाने का मतलब है कि कांग्रेस में नई सोच विकसित हो रही है। राहुल गांधी चाहते हैं कि टिकट वितरण जैसे फैसलों में जिला अध्यक्षों की भी भागीदारी हो। आने वाले समय में कांग्रेस मजबूती से लड़ेगी। राहुल गांधी और कांग्रेस कार्यकर्ता डरने वाले नहीं हैं। देश में जो माहौल है, उसके खिलाफ वे पूरी ताकत से मैदान में उतरेंगे।
ईडी-सीबीआई पर फिर साधा निशाना: गहलोत ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि ईडी, इनकम टैक्स और सीबीआई के दम पर शासन कब तक चलेगा। लोकतंत्र में फैसले जनता और जनभावनाओं से होते हैं, एजेंसियों के दबाव और डर से नहीं। अपना घर आश्रम में सामाजिक कार्यों की सराहना: पूर्व मुख्यमंत्री ने अपना घर आश्रम पहुंचकर वहां किए जा रहे सामाजिक कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि जब हमारी सरकार थी तो हमने शिक्षा, सामाजिक सुरक्षा और पेंशन जैसी योजनाओं पर विशेष काम किया। डॉ. बीएम भारद्वाज और उनकी पत्नी जो काम कर रहे हैं, वह सराहनीय है। मैं यह काम देखने और उन्हें बधाई देने यहां आया हूं।
छोटे जिलों को खत्म करने का फैसला गलत: गहलोत ने कहा कि जब मुख्य सचिव भी मान रहे हैं कि छोटे जिले सुशासन में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, तो मौजूदा सरकार ने नए जिलों को क्यों खत्म किया। हमने नए जिले इसलिए बनाए थे, ताकि लोगों को अपने काम के लिए 200-250 किलोमीटर दूर न जाना पड़े। अगर बाकी जिले भी बरकरार होते तो वे भी बेहतर प्रदर्शन करते। जातिगत जनगणना को जरूरी बताते हुए गहलोत ने कहा कि यह सर्वे किसी वर्ग के खिलाफ नहीं है। कुछ लोग इसे लेकर भ्रम फैला रहे हैं, जबकि यह सामाजिक और आर्थिक सर्वे है, जिससे हर वर्ग को फायदा होगा। देश में 2022 के बाद से कोई जनगणना नहीं हुई है, जबकि यह बहुत जरूरी है। केंद्र सरकार जानबूझकर स्थिति को जटिल बना रही है।