Aapka Rajasthan

Bharatpur में डीग और पहाड़ी इलाकों के किसानों को उठानी पड़ रही दिक्क़ते

 
Bharatpur में डीग और पहाड़ी इलाकों के किसानों को उठानी पड़ रही दिक्क़ते 

भरतपुर न्यूज़ डेस्क, जिले में पटवारियों ने किसानों की फसलों की बिना जानकारी घर बैठे ही गिरदावरी कर दी। खेत में गेहूं पैदा हुआ और ऑनलाइन गिरदावरी में सरसों की फसल के रूप में दर्ज है। किसानों को बाजार में अपनी फसल बेचने में दिक्कत हो रही है और वे मनमानी कीमत पर कमीशन एजेंटों को अपनी फसल बेचने को मजबूर हैं। पटवारी की गलती के कारण हमें शासन द्वारा निर्धारित दरों का लाभ नहीं मिल पा रहा है।

डीग जिले के अधिकतर किसान इसी समस्या से जूझ रहे हैं, लेकिन कामां, डीग और पहाड़ी इलाकों के किसानों को ज्यादा दिक्कत हो रही है. स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा उनकी शिकायतों का समाधान नहीं किए जाने पर कुछ किसानों ने जिला कलेक्टर, डीआइजी श्रुति भारद्वाज से भी शिकायत की है. कलेक्टर के निर्देश पर शिकायत करने वाले किसानों की समस्या का समाधान कर दिया गया है। यह समस्या एकाध किसानों के साथ नहीं आई है, अधिकांश किसानों ने अपना ऋण ऑनलाइन गलत तरीके से दर्ज करा दिया है।

जिसे सरकार द्वारा निर्धारित दर पर नहीं बेचा जा रहा है, क्योंकि ऑनलाइन किसान की फसल में गेहूं की जगह सरसों अंकित है, जबकि किसान द्वारा खेत में गेहूं उगाया गया है. नदबई में कुछ स्थानों पर सरसों की जगह गेहूं ने ले ली है। पूर्व जिला पार्षद सदस्य चंदनसिंह पहलवान ने बताया कि ऑनलाइन गिरदावरी में गलत फसल अंकित होने से कामां क्षेत्र के किसानों को मंडी में फसल बिक्री के दौरान गेहूं व सरसों की फसल पर राज्य सरकार द्वारा निर्धारित राशि का लाभ नहीं मिल पा रहा है। कर दी गई।