संविदा भर्ती घोटाले का विरोध कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज, CCTV फुटेज में आया सामने

भरतपुर न्यूज़ डेस्क, महाराज सूरजमल ब्रज यूनिवर्सिटी (डीग) में एक बार फिर संविदा भर्ती को लेकर हंगामा हो गया। संविदा भर्ती में घोटाले का आरोप लगाते हुए गुरुवार दोपहर ABVP के छात्र यूनिवर्सिटी के गेट पर पहुंच गए और कुलपति रमेश चंद्रा को हटाने की मांग करने लगे। दोपहर 1 बजे पुलिस ने छात्रों पर लाठियां बरसाकर खदेड़ दिया। इस दौरान धक्का-मुक्की में एक छात्रा बेहोश हो गई।ब्रज यूनिवर्सिटी के इकाई अध्यक्ष दुष्यंत शर्मा ने नेतृत्व में छात्र व एबीवीपी कार्यकर्ता गेट पर विरोध प्रदर्शन व नारेबाजी कर रहे थे। ये कार्यकर्ता-छात्र ब्रज यूनिवर्सिटी के कुलपति को हटाने की मांग कर रहे थे। यूनिवर्सिटी के गेट पर काफी संख्या में जुटे ABVP कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की और कुलपति को हटाने की मांग की। इस दौरान कुम्हेर थाने के से पहुंची पुलिसकर्मियों की टीम ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठियां बरसाना शुरू कर दिया। कार्यकर्ताओं को पुलिस ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा और खदेड़ दिया। धक्का-मुक्की के दौरान ABVP कार्यकर्ता छवि शर्मा बेहोश होकर गिर पड़ीं।
इस मामले में कुम्हेर थाना इंचार्ज जितेंद्र चौधरी को शाम 6.12 बजे फोन किया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।महाराजा सूरजमल ब्रज यूनिवर्सिटी के इकाई अध्यक्ष दुष्यंत शर्मा ने बताया- यूनिवर्सिटी में संविदा भर्ती में घोटाला हुआ है। कुलपति रमेश चंद्रा ने परिचितों को संविदा भर्ती में लगा लिया और लोकल लोगों की अनदेखी कर दी। तीन महीने पहले विधानसभा में वैर विधायक बहादुर सिंह कोली और डीग-कुम्हेर विधायक शैलेश सिंह यह मामला उठा चुके हैं।दोनों विधायकों ने विधानसभा में कहा था कि यूनिवर्सिटी में संविदा भर्ती में घोटाला हुआ है। विधायकों की मांग पर शिक्षा विभाग ने जांच बैठाई थी। आदेश दिए थे कि जब तक जांच चले तब तक यूनिवर्सिटी के कुलपति रमेश चंद्रा को उनके पद से हटाया जाए। लेकिन उन्हें पद से नहीं हटाया गया।
क्या है संविदा भर्ती घोटाला
महाराजा सूरजमल ब्रज विश्वविद्यालय में संविदा पर भर्ती हुई। इस पर डीग-कुम्हेर विधायक शैलेश सिंह ने सवाल उठाया था। सीएम भजन लाल शर्मा को लेटर भी लिखा था। लेटर में कुलपति रमेश चंद्रा पर कई गंभीर आरोप लगाए थे।16 अगस्त 2023 को यूनिवर्सिटी में संविदा भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला गया था। जिसमें असिस्टेंट प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर की भर्ती होनी थी। आरोप है कि इन भर्तियों में कुलपति रमेश चंद्रा ने घोटाला कर दिया। कुलपति रमेश चंद्रा ने स्थानीय लोगों को दरकिनार करते हुए अपने रिश्तेदारों और पहचान वालों को इन पदों पर नियुक्ति दे दी।यूनिवर्सिटी में बोम मेंबर डीग-कुम्हेर विधायक शैलेश सिंह ने सीएम से शिकायत करते हुए लिखा था- भर्तियां करने के बाद यूनिवर्सिटी के द्वारा कोई रिजल्ट भी जारी नहीं किया गया। जबकि इन भर्तियों की कोई जरूरत नहीं थी। इसके बाद भी यूनिवर्सिटी में भर्तियां की गई।
यूनिवर्सिटी का विवादों से रहा नाता
भरतपुर महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय का विवादों से पुराना नाता है। तीन महीने पहले यूनिवर्सिटी की एक गलती ने एक हजार छात्रों का भविष्य खराब कर दिया। मामला ग्रेजुएशन के छात्रों का था। इन छात्रों का एक पेपर ड्यू होते हुए भी विश्वविद्यालय आगे के वर्षों की परीक्षा कराता रहा और फाइनल में पास होने की मार्कशीट दे दी। कई छात्रों को डिग्री भी इश्यू कर दी। जब ये छात्र नौकरी या अन्य जगह एडमिशन के लिए माइग्रेशन लेने पहुंचने लगे तो खुलासा हुआ कि ये तो पास ही नहीं हुए हैं। एक-एक कर ऐसे छात्रों की संख्या एक हजार तक पहुंच गई। भरतपुर स्थित ब्रज विश्वविद्यालय में वर्ष 2018 से 2023 तक ये सब चलता रहा और किसी को पता ही नहीं चला। जब छात्र 2024 से माइग्रेशन लेने पहुंचने लगे तो खुलासा हुआ कि ये तो पास ही नहीं हुए।