भरतपुर डिपो की बड़ी छलांग! तीन महीने में 40% ज्यादा कमाई कर प्रदेश में बना नंबर वन, जानिए आंकड़ों का पूरा गणित
इस बार रोडवेज के भरतपुर डिपो ने प्रदर्शन के पैमाने पर सबको पीछे छोड़ दिया है। जनवरी से मार्च 2025 के बीच यहां की बसों ने न सिर्फ ज्यादा माइलेज तय किया, बल्कि कमाई में भी 40 फीसदी तक का उछाल दर्ज किया है। जयपुर में आयोजित मीटिंग में भरतपुर टीम की तारीफ करते हुए रोडवेज के प्रबंध निदेशक ने कहा कि यह एक उदाहरण है कि कैसे मेहनत और सही प्लानिंग से रिकॉर्ड तोड़े जा सकते हैं। रोडवेज की यह उड़ान बताती है कि सरकारी सेवाएं भी निजी क्षेत्र का मुकाबला कर सकती हैं।
जनवरी: पिछले साल से 50.48 फीसदी ज्यादा कमाई... इस साल रोडवेज की आय और तय किलोमीटर में जबरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई है। जनवरी 2025 में रोडवेज ने 9.41 लाख किलोमीटर का परिचालन किया, जो पिछले साल जनवरी में 6.45 लाख किलोमीटर था। इसमें करीब 45 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। इसी तरह आय भी 272.36 लाख रुपए से बढ़कर 409.84 लाख रुपए हो गई, यानी 50.48 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। ^पिछले साल की तुलना में इस साल जनवरी, फरवरी और मार्च में भरतपुर जोन के 8 डिपो में से भरतपुर डिपो को पहला स्थान मिला है। ड्राइवर-कंडक्टर और सभी अधिकारियों-कर्मचारियों की मेहनत की बदौलत यह सफलता मिली है। - शक्ति सिंह नागर, मुख्य प्रबंधक, भरतपुर डिपो
फरवरी: इस साल 6.26 लाख किलोमीटर बसें चलीं
फरवरी में भी रोडवेज का प्रदर्शन बेहतर रहा। 2024 में जहां 6.26 लाख किलोमीटर बसें चलीं, वहीं 2025 में यह बढ़कर 8.90 लाख किलोमीटर हो गई। यह 36 फीसदी की बढ़ोतरी है। आय में भी 45 फीसदी की बढ़ोतरी हुई और यह 285.01 लाख रुपए से बढ़कर 460.84 लाख रुपए हो गई। मार्च: पिछले साल 295 और इस साल 420 लाख रुपए की कमाई... मार्च के आंकड़े भी उत्साहजनक हैं। इस महीने में रोडवेज ने 6.58 लाख किलोमीटर की जगह 9.24 लाख किलोमीटर बसें चलाईं, जो 40 फीसदी की बढ़ोतरी है। आय भी 295 लाख से बढ़कर 420 लाख हो गई, यानी 35 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।
बीएस-6 बसों का जादू: 77 नई बसों ने पकड़ी रफ्तार। - टीम वर्क: ड्राइवर, कंडक्टर से लेकर अफसरों तक सभी ने की मेहनत। - स्मार्ट प्लानिंग: बस रूट और टाइमिंग में बदलाव से यात्रियों को मिला फायदा।
