Bharatpur Loksabha Election 2024 Result लोकसभा चुनावों की मतगणना में भाजपा कांग्रेस से इतने वोट आगे या कांग्रेस भाजपा से इतनी आगे या ये कैंडिडेट इससे इतना आगे
भरतपुर न्यूज़ डेस्क, वोटों की गिनती शुरू हो गई है, भरतपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस की संजना जाटव 6437 वोट से आगे चल रही है. अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित राजस्थान की भरतपुर लोकसभा सीट पर पहले चरण में 19 अप्रैल को वोटिंग हो चुकी है. जिसके बाद आज साफ होजाएगा कि किस प्रत्याशी के सिर जीत का सेहरा बंधेगा. यह तो साफ हो चुका है कि कड़ा मुकाबला बीजेपी के उम्मीदवार और पूर्व सांसद रामस्वरुप कोली और कांग्रेस के संजना जावट के बीच है. बीजेपी के उम्मीदवार रामस्वरुप कोली साल 2014 में इसी सीट से जीत कर सांसद बने थे. वहीं उनके मुकाबले में उतरी संजना जाटव हाल ही में हुआ विधानसभा चुनाव मामूली अंतर से हार गईं थीं.
चूंकि इस चुनाव में मतदाताओं में उत्साह ना के बराबर रहा. वोटिंग भी साल 2019 के मुकाबले करीब छह फीसदी कम रही. ऐसे में इन दोनों ही दलों और प्रत्याशियों की चिंता काफी बढ़ गई है. इस चुनाव में भरतपुर लोकसभा सीट पर महज 52.69 फीसदी वोटिंग हुई है. जबकि साल 2019 में यहां 58.86 फीसदी मतदान हुआ था. मतदान प्रतिशत में इतनी बड़ी गिरावट के लिए कई फैक्टर जिम्मेदार हो सकते हैं. इसमें तेज गर्मी, खेती किसानी के साथ शादियों का सीजन होना अहम है. इन सबके अलावा जातीय समीकरण भी एक बड़ा फैक्टर माना जा रहा है.
कितनी वोटिंग दर्ज हुई
इस लोकसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 21 लाख 14 हजार 916 है. इनमें से महज 11 लाख 16 हजार मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है. निर्वाचन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक इस चुनाव में 11 लाख 26 हजार पुरूष वोटर्स में से महज 6 लाख 1 हजार ने ही अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है. वहीं 9 लाख 88 हजार महिला मतदाताओं में से केवल 5 लाख 6 हजार ने ही वोटिंग की. इसी प्रकार 21 में से केवल 10 ट्रांसजेंडर वोटर्स बूथ तक पहुंच सके.
2019 में किसने मारी थी बाजी
साल 2019 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने भरतपुर लोकसभा सीट से रंजीता कोली को चुनाव लड़ाया था. वह कुल 61.62 फीसदी यानी 7 लाख 8 हजार वोट पाकर 3 लाख 18 हजार वोटों से चुनाव जीत गई थीं. वहीं कांग्रेस के अभिजीत कुमार जाटव 33.91 फीसदी यानी 3 लाख 89 हजार वोट पाकर दूसरे नंबर पर रहे थे. इस चुनाव में कुल 11 लाख 46 हजार 797 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है.
भरतपुर सीट का इतिहास
भरतपुर लोकसभा पर पहला चुनाव 1952 में हुआ था. तब से सर्वाधिक 7 बार यह सीट कांग्रेस के पास रही है. वहीं इस सीट पर 6 बार बीजेपी और दो बार जनता दल के प्रत्याशियों ने भी अपना झंडा फहराया है. साथ ही दो बार निर्दलीय प्रत्याशी भी यहां से चुनाव जीतने में सफल रहे हैं.
