Bharatpur हाईटेक खेती से प्रति एकड़ 10 लाख रुपये का मुनाफा कमाया जा सकता है
भरतपुर न्यूज़ डेस्क, कृषि महाविद्यालय कुम्हेर में मंगलवार को कृषि की उच्च तकनीक-शक्ति विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। महाविद्यालय के डीन डॉ. उदय भान सिंह ने कहा कि उन्नत तकनीक के कारण कृषि उत्पादन में वृद्धि हुई है। वर्ष 1951 में भारत का खाद्यान्न उत्पादन 50 मिलियन टन था, जो वर्ष 2022 में बढ़कर 316 मिलियन टन हो गया। इसी प्रकार, फलों और सब्जियों का उत्पादन वर्ष 1951 में केवल 25 मिलियन टन था, जो बढ़कर 346 मिलियन टन हो गया। वर्ष 2022. ट्रैक्टर और उन्नत मशीनें, सिंचाई सुविधाओं का विस्तार, उन्नत बीज आदि ने कृषि उत्पादन बढ़ाने में विशेष योगदान दिया है। आज की उन्नत कृषि तकनीक में संरक्षित खेती या पॉलीहाउस खेती को शामिल किया गया है।
हम इस खेती में पिछड़ रहे हैं. चीन में संरक्षित खेती 3.5 मिलियन हेक्टेयर है जबकि भारत में यह 0.15 मिलियन हेक्टेयर है। संरक्षित खेती में मुख्य रूप से नवीनतम तकनीक से सुसज्जित पॉलीहाउस, प्लास्टिक लो-टनल और हाई टनल, मल्चिंग, ड्रिप सिंचाई आदि शामिल हैं। भारत की जनसंख्या बढ़ रही है और खेती योग्य भूमि कम हो रही है। इसलिए तकनीक से लैस युवाओं को इस क्षेत्र में आगे आने की जरूरत है। यह खेती लाभदायक है, इस तकनीक से प्रति एकड़ 8 से 10 लाख रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया जा सकता है. डॉ. रामनिवास शर्मा ने कहा कि कृषि क्षेत्र में विकास के लिए उच्च तकनीक जरूरी है। राजस्थान में कृषि का विकास पंजाब, हरियाणा, गुजरात, कर्नाटक, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश सहित अन्य राज्यों की तुलना में पिछड़ा हुआ है। इस अवसर पर छात्र थानेश बोहरा, छात्रा अनु एवं सोनिया ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
आईटीआई में सोलर टेक्निशियन, रिमोटव ड्रोन पायलट में आवेदन कल तक
राज्य सरकार के निर्देशानुसार राजकीयऔद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में सत्र2023-24 से एससीवीटी योजना के अंतर्गत प्रारंभहोने वाले कोपा व्यवसाय तथा विभिन्न व्यवसाय मेंरिक्त रहे सीटों पर एवं एससीवीटी योजना केअंतर्गत इस सत्र से प्रारंभ होने वाले सोलरटेक्निशियन,रिमोट पायलट, एयर क्राफ्ट व ड्रोनपायलट में में प्रवेश के लिए आवेदन प्रारंभ है।इच्छुक अभ्यर्थी 21 सितंबर रात्रि 12 बजे तकऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से आवेदन कर सकतेहैं तथा 22 िसतंबर शाम 5 बजे तक आवेदन पत्रका प्रिंट के साथ योग्यता संबंधी दस्तावेजों की फोटोप्रति राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में जमा करा सकते हैं।