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Bharatpur अबूझ सावा देवउठनी एकादशी प्रत्याशियों के लिए मांगलिक दिन, 25 को देंगे वोट

 
Bharatpur अबूझ सावा देवउठनी एकादशी प्रत्याशियों के लिए मांगलिक दिन, 25 को देंगे वोट
भरतपुर न्यूज़ डेस्क, भरतपुर जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव के मतदान की तिथि नजदीक आती जा रही है, वैसे-वैसे प्रत्याशियों की धड़कन बढ़ने लगी है। मतदाताओं को अपने पक्ष में मतदान करने के लिए सुबह से शाम तक प्रत्याशी उनके हाथ-पांव जोड़ने में लगे हैं। जुलूसों व जनसंपर्क का दौर तेज हो गया है। इसके अलावा प्रचार में सोशल मीडिया का भी जमकर प्रयोग किया जा रहा है। प्रत्याशी फेसबुक, व्हाट्स एप व ट्वीटर के माध्यम से मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के प्रयास में लगे हैं। या सीधा कहा जाए कि चुनाव आते ही नेताओं के अजब रंग-ढंग देखने को मिल रहे हैं।

इस बार देवउठनी एकादशी पर मांगलिक आयोजन चुनावी रण में उतरे प्रत्याशियों के लिए संजीवनी का कार्य करेंगे। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले देवउठनी एकादशी का अबूझ सावा चुनाव में ताल ठोक रहे नेताओं के लिए भी मांगलिक रहेगा। इससे विवाह समारोह में भागीदारी के साथ ही मतदाताओें को रिझाने का अच्छा अवसर होगा। देवउठनी एकादशी 23 नवंबर को है और 25 नवंबर को विधानसभा चुनाव है। मतदान से 48 घंटे पहले यानी 23 को चुनाव प्रचार बंद हो जाएगा। इस दिन विवाह समारोह की खासी धूम रहेगी। इन आयोजनों से कई नेताओं को चुनाव प्रचार का अच्छा अवसर मिलेगा। देवउठनी पर जिले में बड़ी संख्या में विवाह होंगे। ऐसे में शादी समारोह के आयोजनों में नेताओं की मौजूदगी खासी रहने वाली है। देव प्रबोधिनी एकादशी को अबूझ सावा माना गया है, जिसमें बिना मुहूर्त के भी शादियां होती हैं। जिलेभर सहित आसपास के इलाकों में सैकड़ों मांगलिक आयोजनों की धूम रहने वाली है।

दरअसल मतदान से 48 घंटे पहले प्रचार बंद हो जाता है। इसके बाद प्रत्याशी न तो कोई सभा कर सकते हैं, न ही क्षेत्र में भ्रमण कर वोट मांगे जा सकेंगे। ऐसे मेें समारोह प्रत्याशियों के लिए जनसम्पर्क का बड़ा माध्यम बनेंगे। दरअसल शादी विवाह में जाने में आचार संहिता भी आड़े आने वाली है। एक साथ रिझाने का अवसर : शादी समारोह में एक साथ हजारों लोगों को नेता आकर्षित कर सकेंगे। आमतौर पर एक शादी समारोह में 500 से 1000 लोग शामिल होते हैं। समारोह से पहले सगाई, रोका, लगन, रिसेप्शन समेत अन्य आयोजनों मेें नेताजी व्यस्त रहेंगे।