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Bharatpur चतुर्थ स्थापना दिवस समारोह में 45 साहित्यकारों को किया सम्मानित

 
Bharatpur चतुर्थ स्थापना दिवस समारोह में 45 साहित्यकारों को किया सम्मानित

भरतपुर न्यूज़ डेस्क, साहित्य समाज का दर्पण है, तुलसी, मीरा, रसखान द्वारा लिखा गया साहित्य अमर हो गया है, समाज के बच्चों को तुलसी, मीरा व रविदास बनकर राम व कृष्ण का अनुसरण करना चाहिए। यह शब्द संत चैतन्यपुरी महाराज ने लोहागढ़ साहित्य समिति डीग के चतुर्थ स्थापना दिवस समारोह में कहे। मुख्य अतिथि जिला कलक्टर श्रुति भारद्वाज ने कहा कि लोहागढ़ साहित्य एवं समाज सेवा समिति द्वारा तैयार की गई कविताएं छोटे-छोटे बच्चों को सुनाई जा रही हैं। भविष्य में ये बच्चे डीग का नाम रोशन करेंगे। यहां की यह प्रयोगशाला अनूठी है। जरूरतमंद व विधवा महिलाओं को साड़ियां वितरित करने का कार्य भी बहुत ही पुनीत कार्य है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता दिल्ली एम्स के पूर्व अतिरिक्त महानिदेशक डॉ. पदम सिंह ने की। विशिष्ट अतिथि सुरेश चंद जैन, डॉ. महेंद्र सिंह, मदनलाल, धर्मवीर सिंह, यादराम मौर्य थे। इस अवसर पर 46 कवियों, साहित्यकारों, लेखकों, समाजसेवियों व मेधावी बच्चों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर गिरीश विद्रोही पालीवाल, रामबाबू सिकरवार, अब्दुल सलाम खोखर, ओमप्रकाश बामनिया, कवयित्री मनीषा सक्सैना व यादराम मौर्य, गोपाल बनिया, ओमप्रकाश बामनिया, रामहेत हथौदिया व मोहन वर्मा, दिल्ली एम्स के पूर्व अतिरिक्त महानिदेशक डॉ. पदम सिंह, भरतपुर से गोपाल प्रसाद, हरिओम हरि, दीवान सिंह, चौधरी ओमप्रकाश, कुलदीप कटारा, कुलदीप पवार व मुकेश हल्दुनिया, धनीराम एडवोकेट, कन्हैया लाल चौहान, कवि तुलाराम ओला, मदन गोपाल सानिया, महेश रजवानिया, गौरीशंकर सोनगरा, स्वर्गीय छुट्टन खां साहिल व लक्ष्मण आदि मौजूद थे।