बाड़मेर में दुकान जलाने की घटना के बाद व्यापारियों का प्रदर्शन, आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस को दिया 5 दिन का अल्टीमेटम
बालोतरा जिले के बायतु में कपड़े की दुकान में आगजनी की घटना और सीसीटीवी फुटेज में संदिग्ध व्यक्ति नजर आने के बाद व्यापारियों ने रविवार को बाजार बंद कर बायतु थाने के सामने धरना दे दिया। व्यापारी आगजनी की घटना का खुलासा करने की मांग करने लगे। बायतु तहसीलदार और थानाधिकारी धरना स्थल पर पहुंचे और वार्ता की। वार्ता के बाद व्यापारी मान गए और बाजार खोलने पर राजी हो गए। पुलिस ने 5 दिन में खुलासे का आश्वासन दिया है।
नकाबपोशों पर आगजनी का आरोप
दरअसल, 23-24 अप्रैल की रात बायतु कस्बे के मुख्य बाजार स्थित जेसी फैशन शॉप में आग लग गई थी। इससे दुकानदार का लाखों रुपए का सामान और नकदी जलकर राख हो गई थी। व्यापारियों ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज देखे तो उसमें एक बाइक पर दो-तीन नकाबपोश युवक घूमते नजर आए। इसके बाद व्यापारियों का गुस्सा बढ़ गया। उन्होंने बायतु थाने पहुंचकर विरोध जताया। पुलिस द्वारा तीन दिन तक मामले का खुलासा नहीं करने पर व्यापारियों ने रविवार को बाजार बंद कर बायतु थाने के सामने धरना दिया। शाम को तहसीलदार सुरेश कुमार चौधरी व बायतु थानाधिकारी भंवरलाल विश्नोई ने वार्ता की। समझाइश व 5 दिन का समय देने पर व्यापारी मान गए।
पुलिस ने अब तक आरोपियों को नहीं पकड़ा
व्यापारियों का कहना है कि बायतु पुलिस ने पहले 3 दिन का समय मांगा था, लेकिन समय बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। इससे व्यापारियों में रोष है। अब पुलिस ने 5 दिन का समय मांगा है। इस समय में गिरफ्तारी या खुलासा नहीं होने पर आंदोलन को और उग्र किया जाएगा।
आरोप - जानबूझकर लगाई आग
बायतु प्रधान सिमरथाराम ने कहा - बायतु कस्बे में चार दिन पहले ऐसी अप्रिय व निंदनीय घटना घटी, जो आज से पहले कभी नहीं हुई। यह अपराध एक साजिश के तहत हुआ है। बदमाशों ने जानबूझकर दुकान में आग लगाई। ऐसी घटना को अंजाम देने वालों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। तहसीलदार सुरेश कुमार ने बताया - बायतु थानाधिकारी ने धरना स्थल पर पहुंचकर व्यापार मंडल को की गई कार्रवाई से अवगत करा दिया है। आगामी 5 दिनों में पुलिस टीम गठित कर सभी आंकड़ों की जांच कर मामले को सुलझाने का प्रयास किया जाएगा। व्यापार मंडल बाजार में पहले की तरह शांतिपूर्वक काम करता रहे। स्थानीय लोगों से अपील है कि वे निर्धारित स्थानों पर ही धरना-प्रदर्शन की अनुमति लें।
