टीना डाबी फिर बनीं कलेक्टर, भजनलाल सरकार ने अब सौंपी Barmer की कमान
जयपुर न्यूज़ डेस्क, राजस्थान की सबसे चर्चित आईएएस टीना डाबी को राज्य सरकार ने एक बार फिर बड़ी जिम्मेदारी दी है। 5 सितंबर की देर रात को जारी ट्रांसफर लिस्ट में आईएएस टीना डाबी को राजस्थान के सरहदी जिले बाड़मेर का जिला कलेक्टर बनाया गया है। इससे पहले वे सरहदी जिले जैसलमेर की जिला कलेक्टर (जुलाई 2002 से जुलाई 2023) रह चुकी हैं। जैसलमेर राजस्थान का सबसे बड़ा और देश का तीसरा सबसे बड़ा जिला है जिसका क्षेत्रफल 38,401 वर्ग किलोमीटर है। बाड़मेर जिला भी राजस्थान का दूसरा बड़ा जिला है जिसका भूभाग 28,387 वर्ग किलोमीटर है। इन दोनों जिलों की सीमाएं पाकिस्तान से लगती है।
टीना डाबी मां बनने के बाद फिर बनीं कलेक्टर
जैसलमेर जिला कलेक्टर रहते हुए टीना डाबी ने खुद अपनी प्रेग्नेंसी को लेकर राज्य सरकार को पत्र लिखा था कि राजधानी जयपुर में नॉन फील्ड पोस्टिंग दी जाए। उनकी अर्जी स्वीकार की गई और उसके बाद उन्होंने बेटे काे जन्म दिया। मैटरनिटी लीव पर गई टीना डाबी की वापसी हुई तो राज्य सरकार ने उन्हें ECS आयुक्त के पद पर पोस्टिंग दी थी। अब मां बनने के बाद उन्हें फिर से कलेक्टर बनाया गया है।
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दूसरी बार बड़े जिले की जिम्मेदारी
सरहदी जिले बाड़मेर की कलेक्टर बनी टीना डाबी को जैसलमेर के लोग भुला नहीं पाए हैं। करीब एक साल तक वे जैसलमेर की कलेक्टर रही। उनके कार्यकाल के दौरान किए गए नवाचार को लोग याद कर रहे हैं। उनके कार्यकाल में जब पाक विस्थापितों को अतिक्रमित भूमि से बेदखल किया गया तो तत्कालीन कलेक्टर टीना डाबी ने पाक विस्थापित परिवारों के लिए पुनर्वास के प्रयास किए। उनके प्रयास रंग लाए और बेघर हुए पाक विस्थापित परिवारों को घर मिल गए। सैकड़ों परिवारों ने टीना डाबी के प्रयासों की सराहना की। खासतौर पर महिलाओं ने टीना डाबी का भरपूर आभार जताया। अब उन्हें बाड़मेर जिले की जिम्मेदारी मिली है। ऐसे में इस बड़े जिले के लोग भी टीना डाबी के कलेक्टर बनने से बेहद उत्साहित हैं। जिले के लोगों को भी नवाचारों की उम्मीदें हैं।
पति प्रदीप को पड़ोसी जिले की जिम्मेदारी
आईएएस टीना डाबी के पति प्रदीप के. गवांडे को भी राज्य सरकार ने जिला कलेक्टर बनाया है। उन्हें जालोर कलेक्टर लगाया है। जालौर और बाड़मेर दोनों जिले पास पास ही हैं। सरकार ने पति पत्नी को आसपास के जिलों की जिम्मेदारी दी है। बाड़मेर और जालौर के जिला मुख्यालयों की दूरी केवल 150 किलोमीटर है। करीब एक घंटे में बाड़मेर से जालौर या जालोर से बाड़मेर की दूरी तय की जा सकती है। प्रदीप गवांडे को भी सरकार ने दूसरी बार कलेक्टर बनाया है। इससे पहले वे जुलाई 2020 से जनवरी 2021 तक चूरू जिला कलेक्टर रह चुके हैं।
अप्रैल 2022 में हुई टीना और प्रदीप की शादी
टीना 2015 बैच की टॉपर हैं और वे मध्यप्रदेश की रहने वाली हैं जबकि प्रदीप के. गवांडे महाराष्ट्र के रहने वाले हैं। 20 अप्रैल 2022 को आईएएस टीना डाबी और आईएएस प्रदीप के. गवांडे शादी के बंधन में बंधे थे। सितंबर 2023 को टीना और प्रदीप के घर में नया मेहमान आया। 15 सितंबर को टीना ने बेटे को जन्म दिया। नए मेहमान के पहले बर्थडे की तैयारियां तेजी से की जा रही है।