बाड़मेर के सरकारी हॉस्पिटल की गैलरी में दौड़ी स्कूटी, यहां देखिये सोशल मीडिया पर वायरल VIDEO
बाड़मेर मेडिकल कॉलेज के गवर्नमेंट हॉस्पिटल की गैलरी में इलेक्ट्रिक स्कूटी दौड़ाई जाने का सनसीखेज मामला सामने आया है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हॉस्पिटल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खुल गई है। हैरानी की बात यह है कि हॉस्पिटल में 35 सिक्योरिटी गार्ड कार्यरत हैं, इसके बावजूद भी किसी ने स्कूटी सवार को नहीं रोका।

बाड़मेर न्यूज़ डेस्क - सरकारी अस्पताल की गैलरी में इलेक्ट्रिक स्कूटर दौड़ा दिया गया। हैरानी की बात यह है कि अस्पताल में 35 सुरक्षा गार्ड कार्यरत हैं। इसके बावजूद किसी ने स्कूटर सवार को नहीं रोका। गैलरी से स्कूटर गुजरता देख मरीज और उनके परिजन भी हैरान रह गए। यह वीडियो बाड़मेर मेडिकल कॉलेज के सरकारी अस्पताल का है। वीडियो सामने आने के बाद अस्पताल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खुल गई। वीडियो में ओला का इलेक्ट्रिक स्कूटर अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग में वार्डों की गैलरी से गुजरता नजर आ रहा है। स्कूटर का सिर्फ अगला हिस्सा, स्पीड मीटर और गैलरी में आते-जाते मरीज और उनके परिजन ही नजर आ रहे हैं। पंजाबी गाना भी सुनाई दे रहा है। युवक ने 14 सेकंड का वीडियो रील के तौर पर अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया है।
पीएमओ ने कहा- सीसीटीवी फुटेज चेक कर रहे हैं, कार्रवाई करेंगे
पीएमओ डॉ. बीएल मंसूरिया का कहना है- यह वीडियो 16 मार्च को प्रकाश सेन नाम के युवक ने अपनी आईडी से इंस्टाग्राम पर अपलोड किया है। वीडियो में किसी का चेहरा नजर नहीं आ रहा है।
अस्पताल के सीसीटीवी कैमरे भी चेक किए जा रहे हैं। युवक के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। उसके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई जाएगी।
सुरक्षा में चूक के सवाल पर पीएमओ ने कहा- सुबह पुराने भवन के गेट के सामने सुरक्षा गार्ड तैनात रहते हैं। लेकिन, रात में यह गेट बंद कर दिया जाता है।
जिस जगह का वीडियो है, वहां शिफ्ट होती है। फिर गेट बंद कर दिया जाता है। गार्ड के जाने के बाद का वीडियो है।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, वीडियो रात करीब 7-8 बजे का है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
जानकारी के अनुसार, अस्पताल में वर्तमान में 35 सुरक्षा गार्ड कार्यरत हैं, जो 8-8 घंटे की शिफ्ट में काम करते हैं।
बच्चा चोरी का मामला भी सामने आया था
यह अस्पताल पहले भी कई बार सुरक्षा को लेकर विवादों में रहा है। करीब चार साल पहले अस्पताल के पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड से 3 दिन का बच्चा चोरी हो गया था। मामले में अस्पताल प्रशासन की लापरवाही उजागर हुई थी। इस मामले में जब जिला अस्पताल के प्रसूति एवं शिशु वार्ड में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की गई तो वे खराब मिले।