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चुनावी नतीजों से पहले धरने पर बैठे रविन्द्र सिंह भाटी, जानें क्या है सियासी मामला

 
चुनावी नतीजों से पहले धरने पर बैठे रविन्द्र सिंह भाटी, जानें क्या है सियासी मामला

बाड़मेर न्यूज़ डेस्क,  केंद्रीय कारागृह में बंदी की मौत के मामले में बना गतिरोध गुरुवार देर रात वार्ताओं के दौर के बाद मांगों पर सहमति बनने के बाद खत्म हो गया। वार्ता में जेलर को निलम्बित करने और चिकित्सक को एपीओ करने का निर्णय हुआ। इसके बाद जेल के बाहर दो दिनों से चल रहा धरना खत्म हो गया। शिव विधायक रविंद्रसिंह ने धरने पर पहुंच कर वार्ता की जानकारी देने के साथ धरना समाप्त करने की बात कही। मामले के अनुसार बाड़मेर जेल में बंदी जयसिंह आकोड़ा की बुधवार को संदिग्ध हालात में मौत के मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर करीब 36 घंटे से परिजन व शिव विधायक रविंद्रसिंह भाटी धरने पर रहे। परिजनों ने जेल प्रशासन पर चिकन पॉक्स से पीड़ित बंदी का समय पर उपचार नहीं करने का आरोप लगाया। इसके बाद मांगों को लेकर धरना शुरू कर दिया। दो दिनों में वार्ता के दौर हुए लेकिन बात नहीं बनी। इस बीच गुरुवार शाम को आईजी रैंज व संभागीय आयुक्त बाड़मेर पहुंचे। इसके बाद वार्ता का दौर शुरू हुआ, जो नतीजे तक पहुंचा। वार्ता में शिव विधायक रविंद्रसिंह भाटी, सिवाना विधायक हमीरसिंह, चौहटन विधायक आदूराम मेघवाल, स्वरूपसिंह खारा आदि शामिल हुए।

मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम

बंदी के शव का दूसरे दिन गुरुवार दोपहर बाद मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया गया। रात को समझौते के बाद परिजनों के शव उठाने पर सहमति बनी।

मांगों पर बनी सहमति की दी जानकारी

धरने पर बैठे परिजन और ग्रामीण जेलर राजेश डऊकिया और डॉ. ओपी डूडी को निलम्बित करने की मांग को लेकर अड़े हुए थे। देर रात को अधिकारियों और नेताओं के बीच हुई वार्ता के बाद सिवाना विधायक हमीरसिंह भायल ने बताया कि जेलर को निलम्बित करने और चिकित्सक को एपीओ करने के निर्णय पर मामले में सहमति बनी है। वहीं शिव विधायक रविंद्र सिंह ने धरने पर पहुंचकर मांगे पूरी होने पर धरना खत्म करने की घोषणा की।

भाजपा प्रतिनिधि मण्डल मिला
इससे पहले दिन में गुरुवार को धरने पर सिवाना विधायक हमीरसिंह, चौहटन विधायक आदूराम मेघवाल, भाजपा पूर्वजिलाध्यक्ष स्वरूपसिंह खारा, अधिवक्ता स्वरूपसिंह राठौड़, रूपसिंह राठौड़, किशोरसिंह कानोड़ आदि भी पहुंचे। इस दौरान भाजपा नेता मामले के संबंध में जिला कलक्टर निशांत जैन से भी मिले। खारा ने बताया कि मुख्यमंत्री से बातचीत कर मामले की जानकारी दी।

मिले चिकन पॉक्स के मरीज

बंदी जयसिंह की मौत चिकन पॉक्स से होने के बाद चिकित्सा महकमे ने बाड़मेर जेल में बीमारी फैलने की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम को बुधवार को भेजा था। टीम ने वहां पर बंदियों की जांच की। इस दौरान जांच में संभावित लक्षणों से ग्रसित 3 बंदियों को गुरुवार को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती किया गया। जिला अस्पताल अधीक्षक डॉ. बीएल मंसूरिया ने टीम ने प्रभावित बंदियों का उपचार शुरू कर दिया है। जिसमें से तीन को अस्पताल में गुरुवार को भर्ती किया। बंदियों के शुक्रवार को टेस्ट करवाए जाएंगे। वहीं 3-4 अन्य बंदियों में सामान्य लक्षण मिलने पर उनका जेल में ही उपचार शुरू कर दिया गया।

बंदी की मौत, बीमारी का खुलासा

उल्लेखनीय है कि बुधवार को एक बंदी की चिकन पॉक्स से जेल में मौत हो गई। परिजनों ने जेल प्रशासन पर उपचार में लापरवाही का आरोप लगाते हुए जेल के बाहर धरना शुरू कर दिया। इसके बाद प्रशासन के निर्देश पर अस्पताल से चिकित्सकों की टीम को अन्य बंदियों की जांच के लिए भेजा गया। तब जांच में अन्य बंदियों में भी चिकन पॉक्स की बीमारी मिली।