Barmer में अनेको बूथों पर पिलाई जाएगी पल्स पोलियो खुराक
बाड़मेर न्यूज़ डेस्क, भारत को वर्ष 2014 में पल्स पोलियो मुक्त घोषित कर दिया गया था। लेकिन पड़ोसी देश पाकिस्तान पोलियो मुक्त नहीं है। इसके चलते बाड़मेर में पल्स पोलियो अभियान चल रहा है। गुरुवार को बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई गई। बाड़मेर में 3 दिवसीय अभियान 30 जून से शुरू होगा। इस दिन 168 बूथों पर 5 वर्ष तक के बच्चों को पल्स पोलियो की दवा पिलाई जाएगी। अगले दो दिन 2062 हाउस टीमें घर-घर जाकर दवा पिलाएंगी। 188 सुपरवाइजरों की टीम बनाई गई है। इसके बाद स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला अधिकारिता विभाग व अन्य विभागों के बीच समन्वय स्थापित कर जिला व ब्लॉक स्तर पर पल्स पोलियो अभियान चलाया जाएगा।
इसके लिए पूरी तैयारियां कर ली गई हैं। ईंट भट्टों पर काम करने वाले मजदूरों व घुमंतू जातियों के बच्चों को विशेष रूप से पोलियो की दवा पिलाई जाएगी। बाड़मेर जिला एवं स्वास्थ्य विभाग ने तीन दिन में लाखों बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने का लक्ष्य लिया है और रविवार को बूथों पर पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी।
सीएमएचओ डॉ. संजीव मित्तल ने बताया- राष्ट्रीय पल्स पोलियो कार्यक्रम के दौरान 5 वर्ष तक के सभी बच्चों को पल्स पोलियो की दवा पिलाई जाएगी। कोई भी बच्चा पोलियो की दवा से वंचित न रहे, इसके लिए सभी महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा सहयोगिनी और ग्राम स्तर पर कार्यरत कार्यकर्ताओं को आवश्यक प्रशिक्षण देकर जागरूक किया गया।
मित्तल ने बताया कि बाड़मेर भी पल्स पोलियो मुक्त है, यहां कोई केस नहीं मिला है। लेकिन हम एहतियात के तौर पर दवा पिला रहे हैं। क्योंकि पाकिस्तान समेत पड़ोसी देश पोलियो से ग्रसित हैं। इनका संक्रमण भारत में न फैले, इसके लिए राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान चलाना होगा। बाड़मेर पाकिस्तान की सीमा से सटा जिला है।