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बाड़मेर रिफाइनरी में लेपर्ड ने 2 मजदूरों पर किया हमला, वायरल वीडियो में देखे शिकारी ने कितने लोगों को किया घायल

बालोतरा में हिंदुस्तान पेट्रोलियम की रिफाइनरी में 22 घंटे से लेपर्ड ने आतंक मचाया हुआ है। लेपर्ड अटैक में रिफाइनरी के दो कर्मचारियों के घायल होने की खबर भी सामने आई हैं। लेपर्ड को काबू करने के लिए जोधपुर से बुलाई गई रेस्क्यू टीम भी उसे पकड़ने में अब तक नाकाम ही साबित हुई है। जानकारी के लिए बता दें कि मंगलवार शाम करीब 4 बजे रिफाइनरी कैंपस में घुसा लेपर्ड बुधवार सुबह कुछ मिनट के लिए बाहर आया, लेकिन लोगों को देख फिर से अंदर कूद गया। 
 

 
बाड़मेर रिफाइनरी में लेपर्ड ने 2 मजदूरों पर किया हमला, वायरल वीडियो में देखे शिकारी ने कितने लोगों को किया घायल 

बाड़मेर न्यूज़ डेस्क -  बालोतरा स्थित हिंदुस्तान पेट्रोलियम की रिफाइनरी में पिछले 22 घंटे से तेंदुआ आतंक मचा रहा है। तेंदुए के हमले में रिफाइनरी के दो कर्मचारी घायल भी हुए हैं। जोधपुर से बुलाई गई रेस्क्यू टीम भी उसे पकड़ नहीं पाई है। मंगलवार शाम करीब 4 बजे रिफाइनरी परिसर में घुसा तेंदुआ बुधवार सुबह कुछ मिनट के लिए बाहर आया, लेकिन फिर अंदर कूद गया। पचपदरा स्थित रिफाइनरी के बड़े हिस्से का काम पूरा हो चुका है। जल्द ही इसके शुरू होने की संभावना है।

अचानक किया हमला, हमला कर भागा
हमले में घायल युवक रंजन कुमार ने बताया कि वह निर्माणाधीन कॉम्प्लेक्स में छिपा हुआ था। उसने अचानक हमला किया। हमले में उसके हाथ और पीठ में चोट आई है। उसने एक अन्य युवक की कमर पर हमला किया है। दोनों की चीख-पुकार सुनकर मौके पर पहुंचे बाकी कर्मचारियों ने उन्हें बचाया। तेंदुए की सूचना मिलने के बाद पूरी रिफाइनरी में अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई। जोधपुर से आई रेस्क्यू टीम ने भी रात करीब 8 बजे तेंदुए को पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन असफल रही।

सुबह निकला, 6 मिनट में वापस आ गया
तेंदुआ आने की सूचना मिलने के बाद मंगलवार रात को रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। लेकिन, देर रात इसे रोक दिया गया। वन विभाग के अधिकारी उमराव सिंह ने बताया कि बुधवार सुबह 5:36 बजे तेंदुआ रिफाइनरी से बाहर चला गया था। लेकिन 5:42 बजे तेंदुआ फिर से तार फेंसिंग की दीवार फांदकर रिफाइनरी में घुस गया। इसके बाद सुबह 6 बजे रिफाइनरी के ग्रीन बेल्ट एरिया में फिर से रेस्क्यू शुरू किया गया।

100 से ज्यादा लोगों की टीम रेस्क्यू में जुटी
तेंदुआ रिफाइनरी में बार-बार अपना ठिकाना बदल रहा है। अधिकारियों ने बताया कि रिफाइनरी में मौजूद कर्मचारियों की वजह से ऐसा हो रहा है। तेंदुए के रेस्क्यू में जोधपुर, बाड़मेर और बालोतरा की टीमें जुटी हुई हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन में वन विभाग के 40 कर्मचारी, 100 से ज्यादा प्रशासन और रिफाइनरी सुरक्षा कर्मचारी जुटे हुए हैं। खुला और बड़ा इलाका होने की वजह से तेंदुए को छिपने की जगह भी मिल रही है। फिलहाल उसके पगमार्क के आधार पर उसे ढूंढने का प्रयास किया जा रहा है।

अप्रैल से शुरू हो सकती है रिफाइनरी
करीब तीन महीने पहले केंद्रीय उद्योग एवं वाणिज्य राज्य मंत्री केके बिश्नोई ने कहा था कि पचपदरा रिफाइनरी का बड़ा हिस्सा अप्रैल तक काम करना शुरू कर देगा। संभावना है कि दिवाली तक यह पूरी क्षमता से काम करना शुरू कर देगा। इसके बाद नए उद्योग लगने शुरू हो जाएंगे। इस दौरान राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी मौजूद थे। करीब 74 हजार करोड़ रुपए की लागत से रिफाइनरी बनकर तैयार हुई है। राजस्थान की पहली रिफाइनरी अप्रैल से शुरू हो जाएगी। उद्योग एवं वाणिज्य राज्य मंत्री केके बिश्नोई ने शुक्रवार को कहा- पचपदरा रिफाइनरी का बड़ा हिस्सा अप्रैल तक काम करना शुरू कर देगा।