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हनुमान बेनीवाल की पार्टी के कार्यकर्ता ने की आत्महत्या, छोड़ा सुसाइड नोट

 
हनुमान बेनीवाल की पार्टी के कार्यकर्ता ने की आत्महत्या, छोड़ा सुसाइड नोट 

बाड़मेर न्यूज़ डेस्क, राजस्थान के बाड़मेर जिले में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के कार्यकर्ता कंवराराम ने बुधवार रात 1 बजे टांके में कूदकर आत्महत्या (RLP Worker Suicide) कर ली. घटना के ठीक पहले मृतक ने सुसाइड नोट लिखा था, जिसे उसने अपने वॉट्सऐप स्टेटस पर लगाया है. इस सुसाइड नोट में मृतक ने आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) और बाड़मेर-जैसलमेर सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल (Ummeda Ram Beniwal) से परिवार का सहयोग और न्याय दिलाने की मांग की है.

'साला-साढू कर रहे ब्लैकमेल'

गुरुवार सुबह जब सदर थाना पुलिस को वारदात की सूचना मिली तो तुरंत एक टीम धने का तला गांव में मौके पर पहुंच गई. इसके बाद पुलिस ने शव को बाहर निकाला और उसे राजकीय अस्पताल की मोर्चरी में रखवाने के लिए रवाना करके जांच में जुट गई. मृतक युवक किराने और फैंसी स्टोर की दुकान चलाता था. उसने अपने सुसाइड नोट में लिखा, 'मेरा साढू व साला मुझे परेशान करते हैं. इन लोगों ने अनजान लड़कियों से फोन पर बात करवाई और फिर रिकार्डिंग करके ब्लैकमेल करने लगे और मुझसे पैसे भी ऐंठ लिए. जब मैं अपने ससुराल गया तो मेरे साथ मारपीट भी की और मेरा मोबाइल छीन कर ले गए.'

'यह दुनिया जीने नहीं दे रही'

मृतक कंवराराम ने आत्महत्या से पहले सोशल मीडिया पर स्टेटस लगाते हुए लिखा, 'मैं जा रहा हूं. जीने नहीं दे रही है दुनिया.' यह स्टेट्स लगाने के बाद युवक गायब हो गया. जब परिवारजनों ने उसकी तलाश शुरू की तो दुकान से कुछ दूर स्थित पानी के टांके पर 2 मोबाइल व चाबियां रखीं हुई मिलीं. जब टांके के अंदर झांककर देखा तो युवक की लाश मिली, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव बाहर निकाला और पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को शव सुपुर्द कर दिया. हालांकि सोशल मीडिया पर लगाए गए सुसाइड नोट वाला कागज अभी तक पुलिस को नहीं मिल सका है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे सुसाइड नोट को लेकर मृतक के भाई लाभूराम ने पुष्टि की है. लेकिन पुलिस का कहना है कि उन्हें ऑरिजनल लेटर नहीं मिला है. इसकी जांच की जा रही है.

दुकान के पास खेत में है टांका

सोशल मीडिया स्टेटस में लिखा, 'जिंदगी में दो शब्द बोलना बहुत कठिन होता है. पहली बार किसी अनजान को Hi, आखिरी बार किसी अपने को Bye.' मृतक कंवराराम (24) पुत्र भैराराम बुधवार रात करीब 12 बजे दुकान पर था. इसके बाद रात तक 1 बजे वह दुकान बंद करके टांके पर पहुंचा. टांके का ताला खोला और उसने अपने दो मोबाइल व दुकान की चाबी टांके के ऊपर रखी और खुद टांके में कूद गया. यह टांका उसकी दुकान से करीब 100-150 मीटर दूर खेत में है. जब परिजनों ने सुबह पता किया और दुकान पर नहीं था. तब टांके पर उसके मोबाइल व चाबियां मिली. तब उन्होंने पुलिस को सूचना दी.

'छोड़ेंगे नहीं- साले ने दी धमकियां'

मृतक के सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे सुसाइड लिखा हुआ है कि 'मैं आज दुनिया छोड़कर जा रहा हूं, दुनिया मुझे आगे जीने नहीं दे रही है. मेरा साढू सगताराम गोरा मुझे ब्लैकमेल कर रहा है. वो लड़कियों से बात करवाकर कॉल रिकॉर्ड करता है. मुझे धमकाता है. उसके साथ हिम्मताराम सारण है, जो मेरा साला लगता है. इसने कई बार धमकियां दीं. ससुराल गया, तब हिम्मताराम व सगताराम दोनों ने मारपीट की. उसके पास से 40 हजार रुपए ले लिए. इसके बाद भी धमकियां दे रहे थे कि छोड़ेंगे नहीं.

हनुमान बेनीवाल ने SP से की बात

मृतक युवक आरएलपी का कार्यकर्ता है और हनुमान बेनीवाल का फैन है. उसने अपने सुसाइड नोट में लिखा, 'मुझे विश्वास है कि मेरे नेता हनुमान बेनीवाल मेरे परिवार के साथ इंसाफ करेंगे. सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल मेरे परिवार का ध्यान रखेंगे. आएलपी परिवार पर मेरे को विश्वास है कि वो मेरे साथ थे और रहेगे.' पुलिस को सोशल मीडिया पर यह नोट मिला है, लेकिन ये किसके पास है. इसकी पड़ताल की जा रही है. लेकिन हनुमान बेनीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि आरएलपी कार्यकर्ता कंवराराम गेणा के आकस्मिक निधन के समाचार मिला है जो दुखद है. संवेदनाएं परिवार के साथ हैं. कंवराराम की आत्महत्या से जुड़ा सुसाइड नोट सोशल मीडिया पर वायरल होने की जानकरी मिली है. पुलिस इस सुसाइड नोट को गहनता से पड़ताल करके दिवंगत के परिजनों से वार्ता कर निष्पक्ष कानूनी कार्यवाही के संबंध में बाड़मेर एसपी से भी बात कर निर्देश दिए हैं.