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Barmer जिले में 132 लाख वोल्टेज की लाइट लाइन चोरी में गिरोह सक्रिय

 
Barmer जिले में 132 लाख वोल्टेज की लाइट लाइन चोरी में गिरोह सक्रिय

बाड़मेर न्यूज़ डेस्क, सरहदी बाड़मेर जिले में 132 केवी लाइट लाइन चोरी करने वाला हाईप्रोफाइल गिरोह सक्रिय है. 1 लाख 32 हजार वोल्टेज की लाइन को क्षतिग्रस्त कर तार चोरी किए जा रहे हैं। पिछले एक साल में करीब आधा दर्जन चोरी की घटनाएं हो चुकी हैं। इसके चलते चार दिन तक सीमावर्ती क्षेत्र के गांवों की लाइटें बंद रहीं। बुधवार रात गिरोह के सदस्यों ने बाड़मेर ग्रामीण के कुडला के पास मेहलू जाने वाली 132 केवी लाइन का हुक कटर से काट दिया। इसके चलते मेहलू फीडर से जुड़े 100 से अधिक गांवों में लाइट गुल है।

दरअसल, गिरोह पिछले एक साल से बाड़मेर जिले में सक्रिय है. खासकर उनका निशाना सीमा क्षेत्र के गांवों में बिजली आपूर्ति पर है. लाइन तार चोरी में अब तक यह बात सामने आयी है कि चोर 132 केवी तार को ही निशाना बना रहे हैं.

विद्युत प्रसारण निगम के एसई एमएस आदिल के मुताबिक 26 जनवरी के बाद यह चौथी घटना है। 26, 27 और 29 जनवरी को इन चोरों ने गडरा रोड में तार काटे और 3-3 किमी तक तार ले गए। महज 5 दिन में चौथी बार 31 जनवरी की रात कुड़ला के पास तार काटा गया. ये हाई प्रोफाइल गैंग है, बहुत एक्सपर्ट है. इंजीनियर भी शामिल हो सकते हैं. कुडला के पास तार कटने के बाद टावर भी टूट गया. जयपुर से टावर तक पहुंचने में 10-15 दिन लगेंगे. इतनी खतरनाक लाइव लाइन को क्षतिग्रस्त कर चोरी कर रहे हैं। पुलिस में मामला दर्ज कराया गया है, लेकिन कोई खुलासा नहीं हुआ है. पुलिस ने दो मामलों में एफआर लगा दी है।

प्रसारण निगम शिव के एईएन कपिल देव सिंह ने 31 जनवरी 2024 को रामसर थाना अधिकारी को रिपोर्ट देकर बताया कि 26 जनवरी को चोरों ने गडरा रोड में दांता के पास 132 केवी लाइन को क्षतिग्रस्त कर दिया और तार चुरा ले गए. 26 से 29 जनवरी तक बॉर्डर की बिजली लाइनें बंद रहीं. 29 जनवरी को इसे शुरू किया लेकिन ढाई घंटे बाद फिर से खराबी आ गई। भाचभर के पास टावर नंबर 157 में क्रॉस आर्म खोलने का प्रयास किया गया. इसके बाद तार हवा में लटक जाने के कारण वे उसे चुरा नहीं सके। इन निष्कर्षों से प्रतीत होता है कि अंतरराष्ट्रीय सीमा से जुड़ी 132 केवी लाइन से तार चोरी करना एक बड़ी साजिश का हिस्सा है। भारत-पाकिस्तान सीमा की संवेदनशीलता को देखते हुए बार-बार बिजली आपूर्ति बाधित करना अंतरराष्ट्रीय गतिविधि, तस्करी सहित गलत कार्यों की गंभीर श्रेणी में आता है। एफआईआर दर्ज कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी थी लेकिन 3 दिन बाद भी पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की है. यहां शिव थाना अधिकारी ने एक माह तक तार चोरी की एफआईआर दर्ज नहीं की. रिपोर्ट 13 नवंबर को दी गई थी, वहीं SHO चुन्नीलाल ने 18 दिसंबर को रिपोर्ट दर्ज की.