Barmer डाइंग कैडर के विरोध में डॉक्टरों ने निकाला कैंडल मार्च
बाड़मेर न्यूज़ डेस्क, बाड़मेर मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों की हड़ताल रविवार को सातवें दिन भी जारी रही। राजमेस चिकित्सकों सहित नर्सिंग स्टाफ ने रात करीब साढ़े आठ बजे धरना स्थल से कैंडल मार्च निकालकर आरएसआर नियम सहित विभिन्न मांगों के समर्थन में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। कैंडल मार्च अस्पताल परिसर से विवेकानंद सर्किल, पुराना तिलक बस स्टैंड, किसान बोर्डिंग, रेलवे स्टेशन, अहिंसा सर्किल होते हुए अस्पताल पहुंचा।
चिकित्सकों ने सरकार के खिलाफ रोष जताते हुए आंदोलन को तेज करने का निर्णय लिया है। अस्पताल परिसर में चल रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सा संघ व नर्सिंग अधिकारी सहित नामित वरिष्ठ चिकित्सा शिक्षक भी राजमेस के चिकित्सकों के समर्थन में उतर आए हैं। चिकित्सक शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। डॉ. अनिल सेठिया का कहना है कि सरकार ऐसा नियम लेकर आई है। जिसमें चिकित्सकों को दो भागों में बांट दिया है। 2024 में जब चिकित्सक आएंगे, तब राज्य सेवा नियम लागू होंगे। जिन लोगों ने पहले चिकित्सा सेवाएं दी हैं, उन पर नियम लागू नहीं किए जा रहे हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को पढ़ाया है। इसका डाइंग कैडर समाप्त नहीं किया जाएगा। तब तक हमारा विरोध जारी रहेगा। हम धरना स्थल से ही ओपीडी चला रहे हैं।
नर्सिंग अधिकारी व निजी चिकित्सक आए समर्थन में
डॉक्टरों की हड़ताल के समर्थन में नर्सिंग अधिकारी भी शामिल हुए। नर्सिंग अधीक्षक सुरेश छंगाणी, हेमंत कुमार खत्री, उग्रा राम चौधरी, धन सिंह धांधू, संतोष सारण, सोहन विहू, बीएससी नर्सिंग प्राचार्य लिखमाराम चौधरी, जीएनएमटीसी प्राचार्य मंगलाराम विश्नोई, आरएनए जिला अध्यक्ष अचलाराम बेनीवाल, तुलछाराम चौधरी व नर्सिंग संगठन के लोग धरना स्थल पर डॉक्टरों के समर्थन में पहुंचे।