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दीया कुमारी ने एनएचएआई के इंजीनियरों को लगाई फटकार, वीडियो में प्रोजेक्ट की धीमी गति को लेकर किए सवाल

डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने काम में चल रही देरी को लेकर कॉन्ट्रैक्टर, अधीक्षण अभियंता और अधिशाषी अभियंता एनएच सर्कल जोधपुर को जोरदार फटकार लगाई। इतना ही नहीं, डिप्टी सीएम ने मुख्य अभियंता को 15 दिन में वास्तविक रिपोर्ट पेश करने के भी निर्देश दिए।

 
दीया कुमारी ने एनएचएआई के इंजीनियरों को लगाई फटकार, वीडियो में प्रोजेक्ट की धीमी गति को लेकर  किए सवाल 

बाड़मेर न्यूज़ डेस्क - डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने काम में देरी पर एनएचएआई के इंजीनियरों और ठेकेदार को फटकार लगाई। ठेकेदार, अधीक्षण अभियंता (एसई) और अधिशासी अभियंता (एक्सईएन) एनएच सर्किल जोधपुर को नोटिस जारी करने के आदेश दिए। मुख्य अभियंता (एनएच) को 15 दिन में वास्तविक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। डिप्टी सीएम दीया कुमारी मंगलवार को महिला सम्मेलन में भाग लेने के लिए कार से जोधपुर से बाड़मेर जा रही थीं। इस दौरान उन्होंने बाड़मेर-ब्यावर नेशनल हाईवे-25 पर निर्माणाधीन पचपदरा-बांगुड़ी का निरीक्षण किया। उनके साथ पूर्व सांसद मानवेंद्र सिंह जसोल भी थे।


1. डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने काम में देरी पर एनएचएआई के इंजीनियरों को फटकार लगाई।
2. डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने बाड़मेर आते समय नेशनल हाईवे पचपदरा-बांगुड़ी के बीच चल रहे काम का निरीक्षण किया।
3. डिप्टी सीएम दीया कुमारी के साथ पूर्व सांसद मानवेंद्र सिंह जसोल और अधिकारी मौजूद रहे।
4. पचपदरा-बांगुड़ी के बीच हाईवे दिसंबर 2022 में स्वीकृत हुआ था।

अब पढ़िए डिप्टी सीएम और अफसरों के बीच हुई बातचीत...
डिप्टी सीएम- एनएच की अधीक्षण अभियंता अंजू चौधरी से- काम कब शुरू हुआ। इस पर अंजू चौधरी कागज देखने लगीं।
डिप्टी सीएम- यह तैयारी आपको पहले ही कर लेनी चाहिए थी। यह काम कब स्वीकृत हुआ? हाईवे का काम बहुत धीमी गति से चल रहा है। कब स्वीकृत हुआ?
एनएच के अधिशासी अभियंता इंद्र प्रकाश- दिसंबर 2022 में स्वीकृत हुआ था।
डिप्टी सीएम- अभी तो 2025 है, मुझे लगता है कि यह काम बहुत धीमी गति से चल रहा है। इसको लेकर बहुत शिकायतें हैं। क्या कारण है? अधिशासी अभियंता इंद्र प्रकाश से- आप कब से यहां हैं? आपको यहां आए एक साल हो गया, क्या आपने अब तक कुछ नहीं किया?
इंद्र प्रकाश- उस समय तक तो शुरू ही नहीं हुआ था।
डिप्टी सीएम- क्या कारण था, इतनी धीमी गति से क्यों चल रहा है? अगर किसी हिस्से में कोई दिक्कत थी तो आप उसे छोड़ देते और बाकी काम पूरा कर लेते। एक छोटा हिस्सा रुका था, आप उसके एनओसी क्लियर होने का इंतजार करते रहे। जो क्लियर है, उस पर काम करते। आपने क्यों नहीं किया?

इंद्र प्रकाश- स्ट्रक्चर चल रहा है।
डिप्टी सीएम- कौन सा स्ट्रक्चर चल रहा है? इतना अधूरा है। अभी दो साल लगेंगे। अभी कितना समय लगेगा? क्या जून-जुलाई तक पूरा हो जाएगा? मुझे नहीं लगता कि जून-जुलाई तक पूरा हो जाएगा। इसके बाद उन्होंने पास खड़े बालोतरा जिला कलेक्टर सुशील कुमार से पूछा- आपको क्या लगता है?
कलेक्टर सुशील कुमार- जो भी दिक्कत है, हम उसे क्लियर करवा रहे हैं। फ्लाईओवर के दो-तीन मामले बचे हैं। हम उन्हें भी पूरा करवा रहे हैं।
डिप्टी सीएम- नहीं, नहीं बहुत धीमी है। साल 2022 से 2025 हो गया है। यही स्पीड है। क्या आपने ठेकेदार को कोई नोटिस दिया? (पास खड़े ठेकेदार से) काम कब से चल रहा है?

ठेकेदार- थोड़ी दिक्कत थी और जमीन का मामला था।
डिप्टी सीएम- जमीन का मामला यहीं था या आगे? अगर आगे था तो यहां धीमी गति से क्यों चल रहा है?
ठेकेदार- जून तक काम पूरा कर देंगे।
डिप्टी सीएम- मुझे कुछ नहीं पता, यहां जल्दी काम करो। नहीं तो मैं नोटिस थमा रहा हूं। समझे? अगर इसी गति से काम करना है तो कहीं और जाकर करो, यहां नहीं चलेगा। मैं कुछ नहीं सुनना चाहता। आप जून बता रहे हैं, लेकिन मुझे नहीं लगता कि काम पूरा होगा। कम से कम एक साल तो लगेगा ही। आपको क्या लगता है, असली स्थिति तो बताओ।
कलेक्टर सुशील कुमार- बाकी काम हो गया है, मैं फ्लाईओवर चेक करके बताऊंगा।
डिप्टी सीएम- काम भी घटिया है और शिकायतें भी बहुत हैं। (ठेकेदार से) आपको जो करना है वो करना पड़ेगा, लेकिन ये नहीं चलेगा। समझे, ये बिल्कुल नहीं चलेगा।