पति टीचर को मां, पत्नी और दो बेटियों की हत्या के मामले में कोर्ट ने सुनाई उम्रकैद की सजा
राजस्थान में एक चौंकाने वाला और दर्दनाक मामला सामने आया है, जहां एक टीचर ने अपनी पत्नी, मां और दो बेटियों की निर्मम हत्या कर दी। इस घटना में पति टीचर का आरोप था कि उसने यह वारदात पत्नी पर शक के चलते की। हत्या करने के बाद आरोपी थाने पहुंचा और पुलिस के सामने अपने जुर्म को खुलेआम स्वीकार कर लिया।
मामले की जांच और कोर्ट की सुनवाई पूरी होने के बाद न्यायालय ने आरोपी टीचर को सभी चार हत्याओं के लिए आजीवन कारावास (उम्रकैद) की सजा सुनाई। कोर्ट ने आरोपी की मानसिक स्थिति, वारदात की गंभीरता और अपराध की बेरहमी को देखते हुए यह सजा सुनाई।
केस की सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि आरोपी टीचर ने सिर्फ अपनी पत्नी के प्रति शक के चलते यह कदम उठाया, लेकिन इस दौरान उसने अपने परिवार के अन्य सदस्यों—मां और दो बेटियों—को भी मौत के घाट उतार दिया। इससे यह स्पष्ट होता है कि आरोपी का कदम न केवल व्यक्तिगत बल्कि पूरे परिवार के लिए विनाशकारी साबित हुआ।
घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई थी। लोगों का कहना था कि आरोपी एक टीचर था, जो समाज में सम्मान की नजर से देखा जाता था, लेकिन उसने अपने ही परिवार को मौत के मुंह में धकेल दिया। पुलिस ने घटना के समय आरोपी को हिरासत में लिया और पूरे मामले की गंभीरता से जांच की।
कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि परिवार के प्रति इस तरह की निर्मम हत्या न केवल कानून के खिलाफ है बल्कि समाज और नैतिकता के लिए भी गंभीर खतरा है। आरोपी को उम्रकैद देने का मकसद यही है कि ऐसे अपराधों पर सख्त संदेश जाए और भविष्य में कोई ऐसा अपराध करने से हिचके।
इस मामले ने परिवार के साथ-साथ समाज को भी झकझोर दिया है। अपराध की बेरहमी, आरोपी का शिक्षक होना और परिवार के सभी सदस्यों को निशाना बनाना इसे बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और संवेदनशील बनाता है।
