Breaking News: राजस्थान को दिवाली पर मिलेगा रिफाइनरी प्रोजेक्ट का तोहफा, केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने दी खुशखबरी
केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने संकेत दिए हैं कि इस साल दिवाली के आसपास रिफाइनरी का उद्घाटन हो सकता है। रविवार को राजस्थान के बालोतरा के पचपदरा क्षेत्र में रिफाइनरी नियंत्रण कक्ष का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर इस परियोजना को समय पर पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
वहीं, राज्य के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि हम जल्द ही रिफाइनरी कार्य के उद्घाटन की तारीख तक पहुँच जाएँगे। केंद्र सरकार, राज्य सरकार और एचपीसीएल इस कार्य को साल के अंत तक या उससे पहले पूरा करने में लगे हुए हैं। इससे पहले, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने संयुक्त रूप से रिफाइनरी के अत्याधुनिक नियंत्रण कक्ष का उद्घाटन किया। इस अवसर पर दोनों नेताओं ने बस से रिफाइनरी क्षेत्र का अवलोकन भी किया और अधिकारियों से परियोजना की प्रगति के बारे में विस्तृत जानकारी ली।
रोज़गार और औद्योगिक अवसरों के द्वार खुलेंगे
मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि जनवरी में रिफाइनरी का निरीक्षण करने आने के बाद से अब तक कार्य में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। उन्होंने कहा कि रिफाइनरी से पूरे क्षेत्र के साथ-साथ राज्य का भी समग्र विकास होगा। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को जल्द ही खुशखबरी मिलने का संकेत देते हुए कहा कि आने वाले समय में रिफाइनरी परियोजना रोजगार और औद्योगिक अवसरों के बड़े द्वार खोलेगी। उन्होंने यह भी बताया कि रिफाइनरी क्षेत्र में पर्यावरण संरक्षण के लिए वृक्षारोपण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
बदलेगी प्रदेश की तस्वीर
वहीं, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि केंद्र सरकार, राज्य सरकार और एचपीसीएल मिलकर इस महत्वाकांक्षी परियोजना को निर्धारित समय से पहले पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि रिफाइनरी बहुत जल्द शुरू होगी और इससे राजस्थान को एक नई पहचान मिलेगी।
पुरी ने कहा कि यह रिफाइनरी न केवल क्षेत्र, बल्कि पूरे राज्य की औद्योगिक तस्वीर बदल देगी। भविष्य में इसके विस्तार की भी पूरी संभावना है। केंद्रीय मंत्री ने घोषणा की कि एचपीसीएल रिफाइनरी परिसर में एक कौशल विकास केंद्र खोलेगा। इससे स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षण के साथ-साथ रोजगार के अवसर भी मिलेंगे और क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को सीधा लाभ होगा।
अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक
इस दौरान, मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री ने जिला कलेक्टर, एचपीसीएल अधिकारियों और परियोजना प्रबंधन टीम के साथ बैठक कर कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने निर्माण कार्य जल्द से जल्द पूरा करने और रिफाइनरी को सुचारू रूप से शुरू करने के निर्देश दिए। इससे पहले, हेलीपैड पर मुख्यमंत्री शर्मा का स्वागत पूर्व सांसद कर्नल मानवेंद्र सिंह जसोल, प्रभारी मंत्री जोराराम कुमावत, राज्य मंत्री केके विश्नोई, पूर्व केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी, विधायक डॉ. अरुण चौधरी, विधायक हमीर सिंह भायल, विधायक प्रियंका चौधरी, राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत, पूर्व जिला प्रमुख पुनाराम चौधरी, जिला कलेक्टर सुशील कुमार यादव, पुलिस अधीक्षक रमेश सहित कई जनप्रतिनिधियों ने किया।
90 लाख मीट्रिक टन होगा उत्पादन
एचपीसीएल और राजस्थान सरकार का संयुक्त उद्यम एचआरआरएल, 90 लाख मीट्रिक टन प्रति वर्ष (एमएमटीपीए) उत्पादन करेगा, जिसमें 2.4 एमएमटीपीए पेट्रोकेमिकल उत्पाद शामिल हैं। राजस्थान में पहली अत्याधुनिक बीएस-6 मानक वाली रिफाइनरी का निर्माण किया जा रहा है। लगभग 4567.32 एकड़ भूमि पर निर्माणाधीन इस परियोजना का 90 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है।
बढ़ती लागत बनी हुई है चुनौती
जब सोनिया गांधी ने 2013 में इसकी आधारशिला रखी थी, तब इसकी लागत 37 हज़ार करोड़ रुपये थी। जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2018 में दोबारा आधारशिला रखी, तो यह बढ़कर 43 हज़ार करोड़ रुपये हो गई। परियोजना को 2022 तक पूरा होना था, लेकिन देरी के कारण 2024 में लागत 72 हज़ार करोड़ रुपये तक पहुँच गई। ऐसे में अब इसके लगभग 90 हज़ार करोड़ रुपये पार करने की आशंका है।
कई इकाइयों में 90 प्रतिशत से ज़्यादा काम पूरा
रिफाइनरी की कई प्रोसेस इकाइयों का काम 95 से 98 प्रतिशत तक पूरा हो चुका है। क्रूड-वैक्यूम डिस्टिलेशन और डिलेड कोकर इकाई का 95.5 प्रतिशत, हाइड्रोजन उत्पादन और डीजल हाइड्रोजन इकाई का 98.7 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। वहीं, वीजीओ-एचडीटी इकाई 95.3 प्रतिशत बनकर तैयार है। जबकि सल्फर रिकवरी (एसआर) यूनिट के निर्माण में अपेक्षा से अधिक समय लगने के कारण रिफाइनरी परियोजना अटकी हुई है। एसआर यूनिट का काम 68% पूरा होने के कारण रिफाइनरी शुरू होने में लगने वाला समय बढ़ता जा रहा है।
