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भाटी को बेनीवाल के बूथ पर नहीं मिला एक वोट, भाटी के बड़े बयान का वीडियो आया सामने

राजस्थान में भाजपा सरकार और बाड़मेर संसदीय सीट पर 5 विधायक भाजपा के है, जिसमें एक राज्य मंत्री है। चौंकाने वाली बात ये है कि भाजपा के विधायक और नेता खुद के बूथ पर भी भाजपा को जीता नहीं पाए है.....
 
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राजस्थान न्यूज़ डेस्क !!! राजस्थान में भाजपा सरकार और बाड़मेर संसदीय सीट पर 5 विधायक भाजपा के है, जिसमें एक राज्य मंत्री है। चौंकाने वाली बात ये है कि भाजपा के विधायक और नेता खुद के बूथ पर भी भाजपा को जीता नहीं पाए है। यह वजह रही 2019 में रिकॉर्ड वोट से जीतने वाले कैलाश चौधरी इस बार के चुनाव में रिकॉर्ड वोट से हार गए। भाजपा विधायको व नेताओं के अधिकांश बूथों पर निर्दलीय रविंद्र सिंह भाटी सर्वाधिक वोट मिले है। भाजपा का वोट बैंक निर्दलीय की तरफ शिफ्ट होने से 10 साल बाद भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा है।

बीजेपी विधायकों और नेताओं के ज्यादातर बूथों पर निर्दलीय रवींद्र सिंह भाटी को सबसे ज्यादा वोट मिले हैं. 10 साल तक बीजेपी का वोट बैंक निर्दलीयों की ओर शिफ्ट होने के बाद बीजेपी को बड़ी हार का सामना करना पड़ा है.

राज्य मंत्री के बूथ पर बीजेपी पीछे

राज्य मंत्री के कै विश्नोई गुड़ामालानी से विधायक हैं. विश्नोई के बूथ पर बीजेपी प्रत्याशी को करारी हार का सामना करना पड़ा है. राठौड़ के बूथ संख्या 234 पर कांग्रेस प्रत्याशी अमेदाराम बेनीवाल को 56 वोट, भाजपा के कैलाश चौधरी को 89 वोट और निर्दलीय उम्मीदवार रवींद्र सिंह भाटी को 431 वोट मिले हैं.

बीजेपी जिला अध्यक्ष के बूथ पर बीजेपी आगे

इस बार भाजपा को सबसे ज्यादा वोट बाड़मेर विधानसभा में भाजपा जिला अध्यक्ष दिलीप पालीवाल के बूथ महात्मा गांधी स्टेशन रोड बायीं ओर पर मिले। यहां कांग्रेस को 88, बीजेपी को 527 और रवींद्र सिंह भाटी को 320 वोट मिले. -बाड़मेर से निर्दलीय विधायक प्रियंका चौधरी को रेलवे कॉलोनी बूथ पर 255, कैलाश चौधरी को 174 और रवींद्र सिंह भाटी को 299 वोट मिले। पूर्व विधायक मेवाराम जैन का बूथ रेलवे कुआं नं. 3 पर कांग्रेस को 75, भाजपा को 301 और रवीन्द्र सिंह भाटी को 512 वोट मिले।

चौहटन विधायक बूथ पर भाजपा पिछड़ गई

चौहटन विधायक आदुराम मेघवाल के बूथ मिडिल स्कूल में कैलाश चौधरी को 241 वोट मिले, जबकि रवींद्र सिंह भाटी को 455 वोट मिले. प्रत्याशियों को मात्र 45 वोट मिले. कांग्रेस के पूर्व विधायक पदमाराम मेघवाल अपने गांव में कांग्रेस को आगे नहीं रख पाए हैं. फागलिया के दो बूथों पर कांग्रेस को 282, भाजपा को 227 और रवीन्द्र सिंह भाटी को 1215 वोट मिले हैं। यहां तक ​​कि अपने गांव में भी कांग्रेस नेता कांग्रेस को बढ़त नहीं दिला सके.

शिव भाटी विधायक के बूथ पर डटे रहे

निर्दलीय विधायक रवींद्र सिंह भाटी के गांव दूधोड़ा में कांग्रेस को 7, बीजेपी को 4 और खुद को 725 वोट मिले, यानी एकतरफा वोटिंग. जबकि भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष स्वरूप सिंह खारा के गांव खारा राठौड़ान में कांग्रेस को 93, भाजपा को 256 और निर्दलीयों को 232 वोट मिले हैं. यानी स्वरूप सिंह ने अपने बूथ पर बीजेपी को बढ़त दिला दी. कांग्रेस के पूर्व विधायक अमीन खां के गांव दितानी में कांग्रेस को 171, भाजपा को 59 और रवींद्र को 1244 वोट मिले.

पचपदरा विधायक और कैलाश चौधरी के बूथ पर बीजेपी पिछड़ी

केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी अपने बूथ पर आगे नहीं रह सके. बालोतरा शहर में गांधीपुरा बूथ कैलाश चौधरी और मौजूदा विधायक अरुण चौधरी का है. यहां बूथ नंबर 107 पर केंद्रीय मंत्री को वोट मिले, कांग्रेस को 64 वोट मिले, बीजेपी को 402 वोट मिले और रवींद्र को 549 वोट मिले. इसी तरह विधायक अरुण चौधरी के बूथ नंबर 109 पर कांग्रेस को 95, बीजेपी को 401 और रवींद्र को 489 वोट मिले. यहां बीजेपी 88 वोटों से पीछे रही.