Barmer स्कूली छात्रों को जालियापा सैन्य स्टेशन का दौरा कराया गया
बाड़मेर न्यूज़ डेस्क, राणी भटियाणी मंदिर संस्थान जसोलधाम की ओर से एस. एन. वोहरा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय जसोल के 214 स्टूडेंट्स को जालीपा मिलिट्री स्टेशन बाड़मेर का भ्रमण करवाया गया। मिलिट्री स्टेशन पर बालिकाओं को भारत के सपूत लेफ्टिनेंट जनरल हनूतसिंह की जीवनी से रूबरू करवाया।
जसोल समिति के सदस्य कु. हरिश्चंद्र सिंह ने बताया- राजस्थान की मिट्टी ने जहां महाराणा प्रताप और वीर दुर्गादास जैसे वीरों को जन्म दिया। उसी मालाणी की माटी ने वीर हनूत सिंह को भी जन्म हुआ। जिन्होंने पूना हॉर्स रेजीमेंट ने वर्ष 1971 के भारत-पाक युद्ध में पाकिस्तान के 48 टैंक नष्ट कर दिए थे। इसके बाद पाक सेना के सामने हार स्वीकार करने के अतिरिक्त कोई विकल्प नहीं बचा।
गुरुदेव के नाम से जाने जाते थे वीर हनूत सिंह
उन्होंने कहा कि युद्ध में हनूत सिंह के कौशल से प्रभावित पाकिस्तान की यूनिट ने भारत की इस रेजीमेंट को फक्र-ए-हिंद के टाइटल से नवाजा जो कि भारतीय सेना के इतिहास में पहली बार किसी विरोधी सेना की ओर से नवाजा गया था। युद्ध में उनकी महान वीरता के लिए महावीर चक्र से नवाजा गया। आजीवन अविवाहित रहे और फौज में देश की सुरक्षा को सर्वोपरि मानकर सेवाएं दी। उन्होंने बताया- रेजीमेंट में हनूत सिंह गुरूदेव के नाम से जाने जाते थे। सभी लोग उन्हें यह कहते हुए सम्मान देते थे।