बाड़मेर पुलिस ने 200 CCTV खंगालकर किया स्कार्पियो चोरी का खुलासा
राजस्थान न्यूज़ डेस्क !!! बाड़मेर जिले की डीएसटी और चौहटन पुलिस ने 3 दिन पहले चुराई स्कार्पियो को बरामद कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस की अलग-अलग टीमों ने करीब चार जिलों के 200 सीसीटीवी कैमरे खंगाल कर चोरों को सुमेरपुर पाली से गिरफ्तार किया है। फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
एक आरोपी सुमेरपुर थाने का हिस्ट्रीशीटर है। चोरी में शामिल एक आरोपी की पुलिस तलाश कर रही है। पुलिस के अनुसार पोशाल गांव निवासी हुकमाराम ने चौहटन थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। रिपोर्ट में बताया कि 16-17 जून की रात को मेरे घर के सामने किसान छात्रावास के पीछे गंगा मैया मंदिर के पास वाली गली से चोर घर के सामने खड़ी स्कॉर्पियो कार चुरा ले गए। रिपोर्ट पर पुलिस ने थाने में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. पुलिस टीम ने घटना स्थल का निरीक्षण किया. साथ ही आसपास के लोगों से पूछताछ कर सीसीटीवी कैमरे खंगाले।
एसपी नरेंद्र सिंह मीना के मुताबिक चौहटन डीएसपी कृतिका यादव के नेतृत्व में डीएसटी टीम प्रभारी विक्रम सिंह चारण और चौहटन थाने की टीम ने अलग-अलग टीमें बनाकर चोरों और स्कॉर्पियो कार की तलाश शुरू कर दी. टीमों ने तकनीकी सहायता से साक्ष्य एवं सूचनाएं एकत्रित की तथा चौहटन कस्बे, बाड़मेर, धोरीमन्ना, गुड़ामालानी तथा जिला सांचौर, पाली व सिरोही के संभावित सड़क मार्गों पर लगे करीब 200 सीसीटीवी कैमरे खंगाले। इस दौरान टीमों को सूचना मिली कि अरविंद सिंह, रवींद्र सिंह और रावाराम के पास पिछले 3-4 दिनों से बिना नंबर की स्कॉर्पियो है.
पाली से किया दस्तयाब
बाड़मेर पुलिस की टीमों ने थाना आहोर जालोर, सुमरेपुर जिला पाली और डीएसटी टीम पाली की मदद से तीनों को जिला पाली से गिरफ्तार कर पूछताछ की। चोरी की स्कार्पियो गाड़ी रखने की बात स्वीकार की। इस पर पुलिस ने रवींद्र (25) पुत्र सिंह मूलसिंह, अरविंद सिंह (24) पुत्र दलपतसिंह दोनों निवासी मोरड़ पेमावा, थाना सुमेरपुर पाली और रावाराम (22) पुत्र किशनाराम, निवासी सांवलता थाना रानी पाली को गिरफ्तार कर लिया. .
आरोपी रवीन्द्र सिंह हिस्ट्रीशीटर है, उस पर 9 मुकदमे दर्ज हैं
पुलिस पूछताछ में पता चला है कि रवींद्र सिंह के खिलाफ विभिन्न थानों में 9 मामले दर्ज हैं. आरोपी सुमेरपुर थाने का हिस्ट्रीशीटर है। ऑपरेशन में बाड़मेर डीएसटी, डीसीआरबी टीम, चौहटन थाना पुलिस, आहोर थाना टीम, सुमेरपुर थाना टीम और डीएसटी टीम शामिल थी.