Barmer महक का पहले प्रयास में ही प्रदेश में 30वीं रैंक के साथ हुआ चयन
बाड़मेर न्यूज़ डेस्क, मूलत: गूंगा गांव की निवासी महक सिंघल का राजस्थान न्यायिक सेवा (आरजेएस) में पहले प्रयास में चयन हुआ है।
आरजेएस के घोषित परिणाम में महक ने प्रदेश में 30वां स्थान प्राप्त किया। शुरू से ही मेधावी रही महक के पिता महेंद्र सिंघल भी न्यायाधीश है, जो वर्तमान में उदयपुर में जिला एवं सेशन न्यायालय में न्यायाधीश पद पर सेवाएं दे रहे हैं। महक का चयन होने पर परिजनों सहित जिलेवासियों ने उसे बधाई दी। वहीं परिवार सदस्यों ने मिठाई से मुंह मीठा करवाकर उज्जवल भविष्य की कामनाएं की।
हाल बालोतरा के अग्रवाल कॉलोनी में निवासरत महक का परिवार मूलत: बाड़मेर जिले के गूंगा गांव से हैं। 24 वर्षीय महक ने बताया कि वह नियमित 10 से 12 घंटे पढ़ाई करती थी। इसके लिए उसने कहीं से कोई कोचिंग नहीं ली। जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर से गत वर्ष उसने विधि संकाय की शिक्षा पूरी की। इसके बाद वह जोधपुर में ही रहकर परीक्षा की तैयारी कर रही थी। महक ने बताया कि यह उसका प्रथम प्रयास था। कड़ी मेहनत करने पर परीक्षा में चयन होने का उसे पूरा विश्वास था।
घोषित परिणाम अपेक्षित रहने पर पूरे परिवार ने खुशी मनाई। बताया कि पढ़ाई के लिए माता-पिता व गुरुजन उसे सदैव प्रेरित करते थे। युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि मन में लगन रखकर मेहनत करने पर कुछ भी असंभव नहीं है। बालिकाएं मेहनत के साथ पढ़-लिखकर आगे बढ़ें तो सफलता निश्चित ही मिलती है। महक की बड़ी बहन ऊर्जा सिंघल चिकित्सक है।