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Barmer अस्पताल के वार्ड में बारिश के जल भराव की समस्या बढ़ी

 
Barmer अस्पताल के वार्ड में बारिश के जल भराव की समस्या बढ़ी 

बाड़मेर न्यूज़ डेस्क, जिला अस्पताल में आने वाले मरीजों को अब सामने की नहीं बल्कि छत पर ध्यान देना चाहिए। क्योंकि छत में लगाई गई फाल्स सीलिंग कभी भी गिर सकती है। इससे मरीज व परिजनों के चोटिल होने की आशंका बनी रहती है। इन दिनों अस्पताल के नए टीचिंग भवन के प्रथम तल पर लगभग सभी कमरों व हॉल में घटिया क्वालिटी की फाल्स सीलिंग धड़ाम से गिर रही है। इसका कारण तीसरी मंजिल पर बने प्री-फैब्रिकेटेड वार्ड में पानी निकासी की समुचित व्यवस्था न करना है। कई जगह से बारिश का पानी टपक रहा है और पूरी बिल्डिंग की छत टपक रही है। अभी तक जिला अस्पताल के नए टीचिंग भवन के प्रथम तल पर कमरा नंबर 79, 80, 81, 86, 88 व 61 के सामने गैलरी की फाल्स सीलिंग और रैंप के सामने वाले कमरे की फाल्स सीलिंग गिर चुकी है। रविवार को सेंट्रल लैब के स्टोर रूम नंबर 81 की पूरी फाल्स सीलिंग अचानक गिर गई।

गनीमत रही कि उस समय स्टोर इंचार्ज व डॉक्टर कमरे में मौजूद नहीं थे। इससे पंखे समेत वहां रखा सामान खराब हो गया। फाल्स सीलिंग स्टोर इंचार्ज की कुर्सी पर गिर गई और उसमें लगा पंखा भी नीचे लटक गया। इससे एक दिन पहले चेस्ट एवं टीबी के प्राध्यापक डॉ. गोरधन सिंह चौधरी की ओपीडी कक्ष क्रमांक 80 की फाल्स सीलिंग गिर गई थी। उस दिन रविवार होने से चिकित्सक कक्ष में मौजूद नहीं थे, अन्यथा बड़ा हादसा होने से इनकार नहीं किया जा सकता था। अधीक्षक कक्ष को छोड़ भवन में सभी कमरों की छत में पानी के रिसाव की समस्या बनी हुई है। इन दिनों प्री-फेब्रिकेटेड वार्ड में जलभराव की समस्या बनी हुई है। ऐसे में मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कार्यरत नर्सिंग स्टाफ भी वार्ड में बनी छोटी खिड़कियों पर टेप लगाकर काम चला रहा है, लेकिन फिर भी पानी वार्ड में घुस जाता है। वार्ड बनाते समय रैक नहीं बनाने से फर्श पर रखी दवाइयां व उपकरण भी भीगकर खराब हो रहे हैं। वार्ड के बाहर लगा एसी भी फर्श तोड़कर लगाया गया है।