बाड़मेर कलेक्टर पहुंचीं खेत में, ई-गिरदावरी प्रक्रिया को समझा
बाड़मेर न्यूज़ डेस्क !!! बाड़मेर जिला कलेक्टर टीना डाबी गुरुवार शाम खेतों में पहुंची और ई-गिरदावरी की प्रक्रिया को समझा। बता दें कि किसान अब ऑनलाइन ऐप के जरिए खुद ई-गिरदावरी कर सकते हैं। कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों को इसके बारे में प्रशासन जानकारी दे और जागरूक करे।
धोरीमन्ना में वे दूधू पटवार मंडल के मालिकों के खेतों और बालासर गांव में किसानों के खेतों तक पहुंचे. ई-गिरदावरी प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बताया गया है। खसरे व नक्शे से मिलान कर ई-गिरदावरी की जांच की गई। जिला कलक्टर ने खेतों में फसल एवं खसरावार प्रवेश की जानकारी ली और निर्देश दिये। कहा कि न्यूनतम पांच प्रतिशत गिरदावरी का कार्य किसानों के माध्यम से ई-गिरदावरी के माध्यम से कराया जाना है। उन्होंने ई-गिरदावरी की प्रक्रिया को व्यापक स्तर पर बढ़ावा देने के निर्देश दिये। जिला कलक्टर ने उपखण्ड अधिकारी केशव मीना, तहसीलदार किरण सिंगारिया एवं अन्य विभागीय अधिकारियों से ई-गिरदावरी के बारे में विस्तार से जानकारी ली। उल्लेखनीय है कि फसल खरीफ संवत 2081 (वर्ष 2024) के तहत डिजिटल फसल सर्वेक्षण (ई-गिरदावरी) के तहत ऑनलाइन गिरदावरी का कार्य राज खसरा गिरदावरी एप के माध्यम से किया जा रहा है।
गिरदावरी समय पर पूरी करें
जिला कलक्टर टीना डाबी ने धोरीमन्ना से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बाड़मेर जिले के राजस्व विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को गिरदावरी का कार्य सतर्कता एवं पारदर्शिता के साथ करने के निर्देश दिये। जिला कलक्टर ने कहा कि गिरदावरी कार्य के लिए ग्रामीणों एवं ग्राम पंचायत को इसकी जानकारी दी जाए। उन्होंने कहा कि गिरदावरी संबंधी कार्य निर्धारित समय-सीमा में पूर्ण करें। उन्होंने गिरदावरी में दर्ज रकबे का स्थलीय एवं रेण्डम सत्यापन पटवारी, राजस्व निरीक्षक, कृषि विकास अधिकारी, नायब तहसीलदार, तहसीलदार के माध्यम से कराने के निर्देश दिये। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जिला कलेक्टर टीना डाबी एवं अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजेंद्रसिंह चांदावत ने डिजिटल फसल सर्वेक्षण, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की प्रगति की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.
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